जिले में १०५०० भूस्वामी अधिकार पत्र मुख्यमंत्री द्वारा वितरण किए गए थे। जिसका मॉडल ६०० वर्ग फीट पति-पत्नी के नाम रखा गया था। इनका निर्माण १२० करोड रुपए से किया जाना था। ग्राम पंचायतों में उगड जमीन पर आवास निर्माण कराने के लिए चिन्हित किया गया था। निर्माण के लिए चूना से चिन्ह लगाए गए थे। लेकिन राजस्व विभाग की लापरवाही से उस जमीन पर आवास निर्माण नहीं हो पाए है।
हितग्राही चंद्रभान सिंह, सुखदीन साहू जितेंद्र सिंह लोधी, शीला चढ़ार, जगदीश आदिवासी, लखन आदिवासी, कैलाश लोधी, कामता सौंर, बुजलाल पाल, विमलेश ने बताया कि ४ जनवरी २०२३ में सुंदरपुर, सातखेरा ४३, राधापुरा १५, समर्रा १०६, अजनौर १२५, पातारखेरा ८०, दरी ४० के साथ अन्य गांव के भूस्वामी अधिकार पत्र मंच से वितरण किए गए थे। लेकिन वहीं हितग्राही भूस्वामी अधिकार पत्र लेकर आवास निर्माण कराने के लिए जमीन तलाश रहे है।
अजय नामदेव समर्रा।
राजेंद्र सिंह लोधी, समर्रा।
आवास निर्माण के लिए मुख्यमंत्री ने भूस्वामी अधिकार पत्र ४० दरी और नगारा गांव हितग्राहियों को किए थे। जमीन भी चिन्हित की गई थी, जो जमीन चिन्हित थी उस पर अतिक्रमण है। अधिकारियों द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए आश्वासन दिया जा रहा है। लेकिन कार्रवाई नहीं की जा रही है।
शिवचरण लोधी, सरपंच दरी।
शांति देवी- भूपेंद्र सिंह लोधी सरपंच पातरखेरा।
इतना तो मालूम है कि भूस्वामी अधिकार पत्र हितग्राहियों को दिए गए थे, लेकिन मुझे उसकी पूरी जानकारी नहीं है। मामले को दिखवाते है और हितग्राहियों को कब्जा दिलवाने का कार्य किया जाएगा।
संजय कुमार दुबे, एसडीएम टीकमगढ़।