सुबह ९:५६ बजे भोपाल से टीकमगढ़ रेलवे स्टेशन पर महामना रेल पहुंची। उसके पहले दिव्यांग सुविधा केंद्र में ताला जड़ा था और रेल जाने के बाद तक ताला जड़ा रहा है। जबकि सुविधा का लाभ लेने के लिए हरिसिंह खंगार खड़े रहे। रेल से उतरने वाले यात्रियों को १० रुपए की चाय २० रुपए में बेची गई। जिसमें दुकानदार से रुपए को लेकर बहस भी देखी गई।
खजुराहों जाने वाले यात्री पुष्पेंद्र नाग और कोशलेंद्र अहिरवार ने बताया कि दिल्ली से ललितपुरर तक आया था। सुबह महामना से खजुराहो जा रहा हूं। टीकमगढ़ की रेलवे स्टेशन के प्लेट फार्म पर संचालित दुकान पर सामग्री महंगी बेची जा रही है। १० रुपए का चिप्स पैकेज १५ रुपए और १० रुपए की चाय २० रुपए में बेची गई है। उनका कहना था कि अधिकार के प्रति बहस करने का समय नहीं है, रेल प्लेट फार्म छोडऩे वाली है।
सुबह ९:५० बजे से १०:१२ बजे तक कुल २२ मिनट में रेलवे स्टेशन का जायजा लिया। रेलवे स्टेशन के पहले चार स्थानों पर ऑटो खड़ी थी। स्टेशन वाले ऑटो को रोकने के लिए अस्थाई बैरियर लगा था। जहां पर दो पार्किंग वाले लोग खड़े थे। सुविधा घर और दिव्यांगों के रास्ते पर ऑटों खड़ी थी और वहां पर निर्माण कार्य चल रहा था। स्टेशन मैदान में गंदगी पड़ी थी और एक टिकट काउंटर चल रहा था। ९:५६ बजे महामना रेल आई, यात्रियों का निकलना शुरू हुआ। लेकिन टिक ट जांचने वाला कोई नहीं था।
तत्काल स्टेशन प्रबंधन को सूचना करता हूं। स्टेशन के दिव्यांग सुविधा केंद्र को खुलवाने और प्लेटफार्म पर संचालित दुकानदार द्वारा रेट सूची अनुसार सामग्री बेचने के निर्देश देता हूं। उसके बाद कमी पाई जाती है तो संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।
मनोज सिंह, रेलवे जंक्शन झांसी।