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टीकमगढ़

केन-बेतवा ङ्क्षलक के चक्कर में फंसा बरीघाट का एनीकट, अब फेस-2 में भेजा गया प्रस्ताव

टीकमगढ़. पूरे शहर की प्यास बुझाने वाले बरीघाट जल संयंत्र के पास बनने वाले एनीकट का प्रपोजल अब दूसरे चरण में चला गया है। बताया जा रहा है कि केन-बेतवा ङ्क्षलक परियोजना के चलते इसका प्रस्ताव रोका गया है। विदित हो कि पिछले वर्ष गर्मियों में बरीघाट का पानी सूख जाने पर पूरा नगर पानी के लिए त्राहि-त्राहि कर बैठा था। वहीं प्रशासन को भी पानी की व्यवस्था करने यूपी सरकार के सामने गुहार लगानी पड़ी थी।

टीकमगढ़Dec 22, 2024 / 06:46 pm

Pramod Gour

टीकमगढ़. बरीघाट के पास प्रस्तावित एनीकट का स्थान।

टीकमगढ़. बरीघाट के पास प्रस्तावित एनीकट का स्थान।

पहले फेस में केवल पाइप लाइन और टंकियों का किया जाएगा निर्माण

टीकमगढ़. पूरे शहर की प्यास बुझाने वाले बरीघाट जल संयंत्र के पास बनने वाले एनीकट का प्रपोजल अब दूसरे चरण में चला गया है। बताया जा रहा है कि केन-बेतवा ङ्क्षलक परियोजना के चलते इसका प्रस्ताव रोका गया है। विदित हो कि पिछले वर्ष गर्मियों में बरीघाट का पानी सूख जाने पर पूरा नगर पानी के लिए त्राहि-त्राहि कर बैठा था। वहीं प्रशासन को भी पानी की व्यवस्था करने यूपी सरकार के सामने गुहार लगानी पड़ी थी।
शहर की 1 लाख से अधिक आबादी की प्यास बुझाने की जिम्मेदारी बरीघाट जल संयंत्र पर है। ऐसे में यहां पर जल संग्रहण की क्षमता बढ़ाने की मांग लंबे समय से की जा रही है। पिछले वर्ष गर्मियों में यहां पर पानी सूख जाने पर यूपी के जामनी बांध से पानी छोडऩे के लिए प्रशासन को प्रदेश सरकार के साथ ही यूपी सरकार के सामने गुहार लगानी पड़ी थी। उस समय यूपी के सीएम ने स्पष्ट किया था इस बार अंतिम बार पानी दिया जा रहा है। ऐसे में नपा ने अमृत 2 योजना में बरीघाट के पास एनीकट बांध बनाने की बात कही थी, लेकिन इस योजना के पहले चरण में इसे शामिल नहीं किया गया है। नपा इसका कारण केन-बेतवा ङ्क्षलक परियोजना को बता रही है। नपा का कहना है कि अब इसे दूसरे चरण में शामिल किया जाएगा।
केन-बेतवा ङ्क्षलक परियोजना से पेयजल के लिए पानी मिलना लोग दूर के ढोल बता रहे है। लोगों का कहना है कि अभी केन-बेतवा परियोजना का काम शुरू भी नहीं हो सका है और इससे पानी आने की बात कही जा रही है। इसे आने में सालों लग जाएंगे। शहर की एक लाख आबादी के लिए प्रतिदिन 9 एमएलडी पानी की जरूरत होती है। इसके लिए जरूरी है कि बरीघाट की संग्रहण क्षमता बढ़ाई जाए।
केन-बेतवा परियोजना के भरोसे

वहीं उपयंत्री दीपक विश्वकर्मा का कहना है कि इसमें पहले एनीकट बांध को शामिल किया जा रहा था, लेकिन केन-बेतवा ङ्क्षलक परियोजना के चलते इसे हटाया गया है। उनका कहना था कि केन-बेतवा ङ्क्षलक परियोजना में जिले के पेयजल के लिए 50 एमसीएम पानी की व्यवस्था की गई है। इसमें शहर के लिए 2 से 4 एमसीएम पानी दिया जाएगा। ऐसे में एनीकट के प्रपोजल को अभी रोका गया है। उनका कहना था कि यदि जरूरत पड़ेगी तो इसके लिए 8 करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।
30 करोड़ की योजना की गई है स्वीकृत

अमृत 2 के तहत बरीघाट जल संयंत्र से नगर में पानी पहुंचाने के लिए 30 करोड़ की योजना स्वीकृत की गई है। नगर पालिका के उपयंत्री दीपक विश्वकर्मा ने बताया कि इस योजना में शहर में 122 किमी की पाइप लाइन डालने के साथ ही शहर के ढोंगा मैदान, नए बसस्टैंड, पटला मोहल्ला एवं डुमरऊ में पानी की टंकी बनाई जाएगी। उपयंत्री विश्वकर्मा का कहना है कि इसका टेंडर स्वीकृत हो चुका है और दस्तावेजों की जांच के लिए भोपाल भेजा गया है।
&केन-बेतवा ङ्क्षलक परियोजना से शहर को पानी उपलब्ध कराने का प्रावधान बताया जा रहा है। बरीघाट की जल संग्रहण क्षमता बढ़ाने दूसरे चरण में 8 करोड़ रुपए के एनीकट का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
दीपक विश्वकर्मा,

उपयंत्री, नगर पालिका।

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