विभाग के अधिकारी ने बताया कि खाद वितरण की व्यवस्था बनाने प्रशासन ने व्यापारी, सरकारी विभाग कार्यालयों में वितरण केंद्र बनाए है। ३१०० मीट्रिक टन में से ३० फीसदी ९०० मीट्रिक टन यूरिया व्यापारियों को सौंपा गया है। उनके पास अधिकारियों की मौजूदगी में सरकारी दामों पर यूरिया का वितरण किया जाएगा।
जिला विपणन संघ के अधिकारी अनंत चतुर्वेदी ने बताया कि इस ३१०० मीट्रिक टन यूरिया की खेप में से ११५९ मीट्रिक टन, टीकमगढ़, बल्देवगढ़, पलेरा और जतारा भंडारण केंद्र, १५० मीट्रिक टन बल्देवगढ़ मार्केटिंग केंद्र, ५४ मीट्रिक टन जतारा माके टिंग केंद्र, ५४ मीट्रिक टन टीकमगढ़ मार्केटिंग केंद्र,१५० मीट्रिक टन पृथ्वीपुर मार्केटिंग केंद्र, ५४५ मीट्रिक टन सहकारी समितियां और ९०० मीट्रिक टन व्यापारियों को दिया गया है।
किसान रामभरोसे अहिरवार, कमलेश यादव, प्रीतम सिंह यादव, राजकुमार कुशवाहा और विजय यादव ने बताया कि अक्टूबर से दिसंबर तक डीएपी के लिए संघर्ष करते रहे। दिसंबर के अंतिम सप्ताह और जनवरी के पहले सप्ताह में यूरिया की सबसे अधिक जरूरत पड़ेगी। बताया गया कि यूरिया के लिए किसानों को डीएपी की तरह परेशान नहीं होना पड़ेगा। उसकी व्यवस्थाएं संबंधित विभागों ने पूरी कर ली है।