जब ‘आजाद’ को खोज रही थी अंग्रेजी हुकूमत, तब इस मंदिर में शिव आराधना कर रहे थे चंद्रशेखर
15 अगस्त ( 15 August ) को सावन पूर्णिमा है और इस दिन रक्षा बंधन ( Raksha Bandhan )के साथ-साथ स्वतंत्रता दिवस ( Independance day ) भी है। इस दिन पूरा देश आजादी का जश्न हर्ष और उल्लास के साथ मनायेगा। आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे, जिसके बारे में कहा जाता है कि यहां अज्ञातवास के दौरान महान स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेकर आजाद यहां आये थे। बताया जाता है कि स्वतंत्रता संग्राम के कई सैनानियों ने यहां आकर महादेव ( Lord Shiva ) की पूजा अर्चना की थी।
यह मंदिर मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के सालौन पंचायत के भरका गांव में स्थित है महादेव मंदिर। इस मंदिर को भरका वाले महादेव मंदिर ( Bharka mahadev temple ) के नाम से जाना जाता है। बताया जाता है कि आजादी की लड़ाई के दौरान महान क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद ( chandrashekhar azad ) ने अपना अज्ञातवास भी ‘भरका वाले महादेव’ की शरण में व्यतीत किया था। बताया जाता है कि उस समय चंद्रशेखर आजाद हर दिन महादेव की पूजा करने के लिए यहां आते थे।
‘भरका वाले महादेव’ की शरण चंद्रशेखर आजाद बताया जाता है कि आजादी की लड़ाई के दौरान महान क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद ने अपना अज्ञातवास भरका वाले महादेव की शरण में व्यतीत किया था। उस समय शहीद आजाद प्रतिदिन महादेव की पूजा-अर्चना करने के लिए मंदिर आते थे और महादेव की शरण में अज्ञातवास को व्यतीत किया।
शिवलिंग पर गिरने वाला पानी आज भी है रहस्यशिव जी की पिंडी के ऊपर लगतार जो पानी गिर रहा है, उसका आज तक पता नहीं चल सका है कि यह पानी कहां से आ रहा है। इतना ही नहीं भीषण गर्मी के सीजन में भी यह धार नहीं टूटती है। यहां पर सावन महीने में शिव भक्तों का तांता लगा रहता है। मान्यता है कि यहां पूजा पाठ करने से उनके रुके काम पूरे होते हैं।