सूरजपुर जिले के खडग़वां चौकी अंतर्गत ग्राम केरता निवासी राजेन्द्र प्रसाद सिंह पिता लाल सिंह उम्र 33 वर्ष ने एसडीएम सूरजपुर और आजाक थाने में शिकायत पत्र देकर बताया कि वह 3 वर्षों से भैयाथान रोड दुर्गा बाड़ी के सामने स्थित गोदाम में परिवार सहित रहता था।
वह गोदाम संचालक के घर ड्राइवरी का काम करता था। वहीं उसकी पत्नी भी घर व गोदाम में काम करती है। 2 वर्ष से काम के दौरान संचालक ने मेहनताना-वेतन नहीं दिया था। मांगने पर मारपीट करता था और जान से मारने की धमकी देता रहा। वह तेन्दूपत्ता गाड़ी लेकर बाहर गया था, एक माह बाद आने के बाद वेतन मांगा गया तो उसे बांधकर पीटा गया। इसके बाद लाइसेंस लूटकर गोदाम से निकाल दिया। उसे बच्चे व पत्नी से नही मिलने दिया जाता था।
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पत्नी व बच्चे को बंधक बनाकर कराया जा रहा था कामशिकायत में युवक ने बताया था कि पत्नी और बच्चे को बंधक बनाकर जबरन काम कराया जा रहा था और वह दर-दर की ठोकर खाकर सडक़ पर रहने को मजबूर था।
इस बीच 12 अगस्त को उसका शव दुर्गा बाड़ी परिसर में फांसी पर झूलता मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के पश्चात परिजनों को सपुर्द कर दिया।
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मेरे बेटे को प्रताडि़त कियापूरे मामले में मृतक के पिता ने बताया कि कुछ दिन पहले वह गांव आया था और जहां काम करता था वहां से प्रताडि़त था। उसको परिवार से नहीं मिलने दिया जाता था, उसके साथ मारपीट भी की जाती थी।
इससे वह काफी टूट गया था। राजेन्द्र ने आजाक थाने सहित एसडीएम सूरजपुर से फरियाद कर न्याय की गुहार लगाकर कार्यवाही की मांग की थी लेकिन उसे इंसाफ नहीं मिला। इसके बाद उसने यह कदम उठा लिया।