Paddy Purchase: धान की खरीदी की रफ्तार पड़ी धीमी
हालांकि, खरीदी केंद्रों में
किसानों को टोकन कटने के बाद 5 से 10 दिन का इंतजार करना पड़ रहा है। शासन के निर्देशानुसार, किसानों को टोकन दिए जा रहे हैं और निर्धारित तिथि पर वे अपना धान बेचेंगे। जबकि 14 नवंबर से धान खरीदी प्रक्रिया शुरू की गई थी, कई केंद्रों में अब भी हमालों की कमी देखने को मिल रही है, जिससे धान की खरीदी की रफ्तार धीमी पड़ी है।
धान खरीदी केंद्रों में अब तक नहीं पहुंचे हमाल
अधिकांश धान खरीदी केंद्रों में हमाल अब तक नहीं पहुंचे हैं। कुछ केंद्रों में यह भी कहा जा रहा है कि हमाल अगले एक-दो दिन में पहुंचेंगे, जिसके बाद धान खरीदी का कार्य शुरू होगा। सुकमा जिले के छिंदगढ़ धान खरीदी केंद्र में भी हमालों की कमी के कारण किसानों का टोकन काटने से पहले उनका नाम रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है, जिसके बाद ही टोकन प्रदान किया जाएगा। 67.50 क्विंटल धान जब्त
वहीं, प्रशासन ने अवैध धान परिवहन पर भी कड़ी निगरानी रखी है। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देश पर जिले के अधिकारियों द्वारा अवैध धान परिवहन पर नज़र रखी जा रही है। 26 नवंबर को, कोंटा मंडी के अधिकारियों ने ओडिशा से छत्तीसगढ़ अवैध रूप से धान परिवहन करते दो पिकअप वाहनों को जब्त किया।
इन वाहनों में कुल 67.50 क्विंटल धान था, जिसे मंडी अधिनियम के तहत जब्त कर सुकमा थाना के सुपुर्द किया गया। धान खरीदी के इस वर्ष के दौरान प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है, ताकि किसी भी तरह की अवैध धान की खरीद-फरोख्त को रोका जा सके और किसानों को अपनी उपज का सही मूल्य मिल सके।
सीमावर्ती क्षेत्रों में कड़ी निगरानी
Paddy Purchase: जिले के सीमावर्ती राज्य आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा से लगे क्षेत्र में चेक पोस्ट लगाए गए हैं। इन क्षेत्रों में अवैध
धान के प्रवेश को रोकने के लिए प्रशासन 24 घंटे निगरानी रखे हुए है। विशेष रूप से ओडिशा की सीमा पर स्थित कलेवांग, कोडरीपाल और सीतापाल जैसे स्थानों पर चेक पोस्ट बनाए गए हैं।