बताया जा रहा है कि जवानों ने इन
नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है। बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने जवानों को नुक्सान पहुंचाने के लिए विस्फोटक जमा कर रखा है।सभी गिरफ्तार नक्सली थाना जगरगुण्डा क्षेत्र के निवासी हैं।
जवानों को नुकसान पहुंचाने बना रहे थे योजना
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा बलों की संयुक्त पार्टी पूवर्ती और टेकलगुडेम के बीच के जंगल में सर्चिंग कर रही थी, तभी कुछ संदिग्ध व्यक्तियों ने पुलिस पार्टी को देख कर भागने का प्रयास किया। पुलिस ने त्वरित घेराबंदी की और उन संदिग्धों को पकड़ लिया। गिरफ्तार किए गए नक्सलियों से विस्फोटक सामग्री बरामद की गई।
गिरफ्तार नक्सलियों में मड़कम कोसा, कुंजाम जग्गू, माड़वी जोगा, डोडी मोटू, माड़वी लखमू, नुप्पो हितेश, नुप्पो सुरेश, सोढ़ी बामन, मुचाकी नंदा, कुंजाम भीमा, माड़वी कोसा, सोड़ी देवा, माडवी सुक्का, मिडियम जोगा, बारसे चुला और अन्य शामिल हैं। सभी नक्सली सुकमा जिले के निवासी हैं। पूछताछ में यह पता चला कि ये नक्सली सुरक्षाबलों के आने-जाने वाले मार्गों में नुकसान पहुंचाने के लिए आईईडी लगाने की योजना बना रहे थे। इन नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई में जिला बल, 150 वाहिनी सीआरपीएफ और 201 कोबरा की विशेष भूमिका रही है।
2026 नक्सलवाद के खात्मे का वादा
शाह ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार छत्तीसगढ़ और देश को नक्सलमुक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ और देश से
नक्सलवाद का पूर्णतः खात्मा हो जाएगा। जब छत्तीसगढ़ नक्सल मुक्त हो जाएगा तो पूरा देश इस समस्या से निजात पा लेगा। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले एक साल में 287 नक्सलियों को ढेर किया गया, 1,000 को गिरफ्तार किया गया और 837 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।