पुलिस के मुताबिक, पुणे के नानापेठ के डोके तलीम इलाके में वनराज आंदेकर पर रविवार रात करीब 9:30 बजे हमला किया गया। दोपहिया वाहन से आये करीब 15 हमलावरों ने आंदेकर पर पांच राउंड गोलियां चलाई और कोयता व अन्य धारदार हथियारों से वार किया। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश मौके से भाग गए।
एक अधिकारी ने बताया कि घटना के समय वनराज इमानदार चौक पर अपने चचेरे भाई के साथ खड़े थे। गंभीर तौर पर जख्मी एनसीपी नेता की इलाज के दौरान मौत हो गई। आंदेकर पर गोलियां चलाने के अलावा बदमाशों ने उनके गले और सिर पर भी कोयते से हमला किया। मौत का कारण धारदार हथियार से हमला माना जा रहा है।
क्राइम ब्रांच की टीम मामले की जांच कर रही है. पुलिस को संदेह है कि आंदेकर के एक रिश्तेदार ने प्रॉपर्टी विवाद के चलते इस हमले की साजिश रची। इस मामले में अब तक दो संदिग्धों को स्थानीय पुलिस ने और एक को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने प्राथमिकी में नौ व्यक्तियों और पांच अन्य लोगों को नामजद किया है। मामले की जांच जारी है।
कौन है वनराज आंदेकर?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, वनराज आंदेकर ने 2017 में पुणे नगर निगम का चुनाव लड़ा था और चुनाव जीतकर पार्षद बने। जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) दो गुटों में बंटी तो वह अजित दादा के साथ आ गए। राजनीति उन्हें विरासत में मिली है। उनकी मां राजश्री दो बार पार्षद रह चुकी हैं और उनके चचेरे भाई भी पार्षद रह चुके हैं। वनराज की बहन पुणे की मेयर रह चुकी हैं।