अपनी भावनाओं को छुपाना (Show your feelings)
कई लोग मानते हैं कि अपने पार्टनर की भावनाओं का ध्यान रखना जरूरी है, लेकिन अपनी भावनाओं को छुपाना किसी भी रिश्ते के लिए सही नहीं है। जब आप अपने मन की बात नहीं कहेंगे, तो गलतफहमी (Misunderstandings) और दूरी बढ़ सकती है। खुलकर बात करने से ही आप एक-दूसरे को समझ सकेंगे। पुरानी बातों को बार-बार याद करना (Don’t Remember Old Things)
जब आप अपने रिश्तों में बंधे होते हैं, तो बीते हुए कल की गलतियों को बार-बार याद करना। आपके रिश्ते को कमजोर कर सकता है। अगर आप पुरानी बातों को हमेशा याद करके अपने पार्टनर को उस गलतियों को लेकर बार-बार सुनाते रहेंगे, तो इससे न केवल आप अपने रिश्ते को खत्म करते है, इसके साथ ही आप अपने पार्टनर के प्रति रवैये को भी खराब करते है। पुरानी बातों को याद करने से बढियां है, कि आप अपने पार्टनर के साथ वर्तमान में जिएं।
दूसरों की सलाह पर अधिक निर्भर रहना (Do Not Listen To others)
कई लोग अपने रिश्ते के बारे में अपने दोस्तों, रिश्तेदारों की सलाह पर निर्भर रहते हैं। यह ठीक है कि आप सलाह लें, लेकिन आपको अपने रिश्ते को अपने तरीके से समझना और निभाना चाहिए। हर रिश्ता अलग होता है और दूसरों की सलाह हमेशा आपके लिए सही नहीं हो सकती।
ये भी पढ़े : वेडिंग सीजन है खास, जानें भारत के टॉप 10 Wedding Destinations जो बनाएंगे आपकी शादी को स्पेशल हमेशा सहीं बनने की कोशिश करना (Don’t Always Think you’re Right)
रिश्तों में बहस होना आम है। लेकिन अगर आप हमेशा सही साबित होना चाहते हैं, तो इससे आपके पार्टनर को बुरा लग सकता है। ऐसा करने से आपके रिश्ते में तनाव और झगड़े बढ़ सकते हैं। बेहतर यह है कि आप अपने पार्टनर की भावनाओं को समझें। उनकी बातों को सुनें और मानें। इससे आपका रिश्ता मजबूत होगा और आप दोनों के बीच प्यार बढ़ेगा।
लड़ाई के बाद पार्टनर को इग्नोर करना (Don’t Ignore Your Partner After Fight)
अक्सर आप अपने पार्टनर से लड़कर अपने किसी दोस्तों को कॉल लगाते हैं, उस समय आपका दोस्त भी आपकी सारी बातें सुनकर आपको इग्नोर करो यार! ऐसी ही सलाह देते होंगे। पर आपको अपने पार्टनर को इग्नोर करना भारी पड़ सकता है। और इससे रिश्तों में और दूरी बढ़ जाती है। इग्नोर करना समस्या का हल नहीं है। बेहतर हैं कि दोनों खुलकर बात करें और एक दूसरे की फीलिंग को समझें। रिश्ते में प्यार बनाएं रखने के लिए बातचीत करें न कि इग्नोर।