मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ने अधिकारियों को अलर्ट कर दिया। पुलिस अधिकारी सीसीटीवी फुटेज और लोकेशन के आधार पर किशोरी को तलाशने में खुद भी जुट गए। आखिर में देर रात जब किशोरी सीसीटीवी फुटेज में घर की ओर आती हुई दिखाई दी तब पुलिस ने माता-पिता से घर के कमरे में देखने के लिए कहा। इसके बाद पता चला कि किशोरी घर में फोन बंद कर सो रही है।
डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा ने बताया, एमआइजी पुलिस को शालीमार टाउनशिप के संभ्रांत परिवार की बेटी के लापता होने की जानकारी मिली। परिवार ने बताया, वह रोज की तरह जंजीरवाला चौराहे पर कोचिंग गई थी। 6 बजे कोचिंग खत्म होने के बाद रास्ते से उसने फोन कर ऑटो में बैठने की जानकारी दी, लेकिन रात 8 बजे तक वह जब घर नहीं पहुंची तो माता-पिता थाने पहुंच गए। सूचना मिलते ही टीम को सीसीटीवी फुटेज व लोकेशन के आधार पर तलाश में लगा दिया गया।
आप पहले घर में जाकर देखिए
डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा ने बताया,
इंदौर की इस किशोरी की तलाश में जब टीम को सीसीटीवी और मोबाइल लोकेशन निकालने के काम में लगाया तब फुटेज और लोकेशन घर तक आते हुए मिले। इस पर परिवार से कहा कि आप पहले घर में जाकर देखिए। इस दौरान किशोरी अपने कमरे में सोती मिली। जब उसे जगाकर उसके आने का समय पूछा तब पता चला कि वह रिक्शा से घर 7.30 बजे ही आ गई थी।
हालांकि जब घर पहुंची तब मां किचन और पिताजी घर में काम कर रहे थे। भाई घर के बाहर खेल रहा था। इसके कारण किसी ने उसे घर में आते हुए नहीं देखा और थकान होने के कारण वह अपने कमरे में जाकर सो गई। इस बीच उसका मोबाइल डिस्चार्ज होने के कारण बंद हो गया था। घटना शनिवार शाम की बताई जा रही है।
सारे रास्ते पर सर्चिंग में जुट गए अफसर
संभ्रांत परिवार की बेटी होने के कारण परिवार ने इसकी शिकायत
भोपाल डीजीपी तक कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी से लेकर पुलिस कमिश्नर, डीसीपी जोन 2 तक किशोरी की तलाश में जुट गए। पुलिस ने रात करीब 12.30 बजे तक किशोरी के कोचिंग से लेकर रेलवे स्टेशन तक रास्तों पर सर्चिंग शुरू कर दी थी।