नेताओं ने दी सफाई
फोटो वायरल होने के बाद भाजपा नेता अक्षय बम ने सफाई देते हुए कहा है कि, ‘मैं ग्रुप का मेंबर हूं। इन्विटेशन पर बिना गेटअप गया था। स्वप्निल भाई भी साथ थे।’ पार्टी में शामिल दूसरे भाजपा नेता स्वप्निल कोठारी ने भी अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि, ‘मैं भी ग्रुप का मेंबर हूं। प्रोग्राम में पार्टी का हिस्सा नहीं था, गार्डन में आयोजित डिनर में ही शामिल हुआ था। यह दोनों आयोजन अलग-अलग थे।’ बता दें कि, दोनों ही नेता कांग्रेस से भाजपा में आए है। इस हैलोवीन पार्टी को लेकर सोशल मीडिया में जैन समुदाय अपनी नाराजगी जाता रहा है। सोशल मीडिया पर सुझाव भी दिए जा रहे हैं कि ‘जैन सोशल ग्रुप एलिगेंट’ के आगे से जैन शब्द हटा देना चाहिए, ताकि समाज की बदनामी न हो। 24 अक्टूबर है सबसे खास दिन, दिवाली से पहले नक्षत्रों का राजा बांटेगा खुशियां, सोना-चांदी, प्रॉपर्टी देगी जमकर मुनाफा क्या हुआ था पार्टी में ?
बात कुछ ऐसी है कि कुछ दिन पहले
गांधी हॉल में एक हेलोवीन पार्टी का आयोजन किया गया था। इस आयोजन में लोग भूत-प्रेत की तरह तैयार होकर भूतिया पार्टी करने के लिए आए थे। पार्टी में आए लोगों ने थोड़ी देर बाद इस राष्ट्रीय धरोहर की दीवारों पर बहुत से विवादास्पत स्लोगन लिखे। यह स्लोगन उन्होंने लाल कलर के स्प्रे पेंट से लिखे थे जिससे दीवार गंदी हो गई। उन्होंने “ओ स्त्री कल आना” और “I quit” जैसे स्लोगन लिखे जो कई लोगों को रास नही आए। इस पार्टी की कई वीडियो और तस्वीर संस्थान ने अपने सोशल मीडिया इंस्टाग्राम के पेज पर अपलोड की थी। हालांकि, बवाल होने के बाद इंस्टाग्राम अकाउंट को प्राइवेट कर दिया गया है।
पेंशन राशि की लालच में बेटे-बहू ने कर दी मां की हत्या, मचा हड़कंप मेडिकल कॉलेज ने झाड़ा पल्ला
इस पार्टी और
बिल्डिंग पर लिखे स्लोगन की बात एमजीएम कॉलेज तक पहुंची लेकिन कॉलेज ने पहले इस बात से पल्ला झाड़ा। एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ संजय दीक्षित ने कहा कि जैन सोशल ग्रुप ने इस प्रकार की पार्टी की अनुमति नहीं देने की मांग की थी जिन्हें मौखिक स्वीकृति दी गई थी। हालांकि, जब भूतिया माहौल बनाकर पार्टी आयोजन की जानकारी लगी तो अनुमति तुरंत रद्द कर दी गई। वहीँ, कॉलेज प्रोफेसर्स ने पार्टी के आयोजकों का विरोध किया और पूरी बिल्डिंग में गंगाजल छिड़क कर उसका शुद्धिकरण भी किया।