-5 जुलाई तक अपलोड करने हैं अंक बोर्ड ने 12 वीं का परिणाम तैयार करने के लिए मानक जारी कर दिए हैं। साथ ही स्कूलों के लिए ऐसा पोर्टल तैयार किया है जिसमें स्कूलों को केवल नम्बर अपलोड करने होंगे उनका प्रतिशत पोर्टल पर अपने आप निकल आएगा। सभी स्कूलों ने बोर्ड द्वारा बताए मानकों के अनुसार पोर्टल पर नम्बर अपलोड करना शुरू कर दिए हैं। पांच जुलाई तक सभी स्कूलों के पास नम्बर अपलोड करने की समय सीमा है।
-पोर्टल पर शॉ होगा एबसेंट सीबीएसई की ओर से स्कूलों को स्पष्ट किया गया है कि ऐसे विद्यार्थियों को शून्य अंक देने की बजाए अनुपस्थित ही दिखाया जाए। कुछ विद्यार्थी एनओसी जमा कराने के समय स्कूल में पढ़ रहे थे। लेकिन अब विद्यार्थी ने टीसी कटवा चुके हैं। या वे अन्य किसी कारण से स्कूल का हिस्सा नहीं है। इस कारण से उनके लिए परीक्षा परिणाम की गणना भी उपलब्ध नहीं है।
– स्वयंपाठी विद्यार्थियों को परीक्षा का इंतजार पिछले सत्र में स्वयंपाठी,पत्राचार अथवा श्रेणी सुधार के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थियों को मूल्यांकन के लिए परीक्षा का इंतजार करना होगा। गौरतलब है कि कोरोना के हालात सामान्य होने पर बोर्ड की ओर से जब भी परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। तब ही इन विद्यार्थियों को अवसर मिल सकेगा।
ये हैं अंक निर्धारण सूत्र कक्षा मानदंड प्रक्रिया अंक भार
12वीं यूनिट टेस्ट, मिड-टर्म, प्री-बोर्ड 40 प्रतिशत 11वीं सैधान्तिक परीक्षा के अंक 30 प्रतिशत
10वीं 3 श्रेष्ठ विषयों के आधार पर 30 प्रतिशत सीबीएसइ के निर्देशानुसार संपूर्ण सत्र के दौरान विद्यालय की कक्षाओं और परीक्षण से गायब रहे विद्यार्थी 12 वीं रिजल्ट में अनुपस्थित माने जाएंगे। जबकि विषय परिवर्तन के संबंध बोर्ड से पूर्व में ली गई मंजूरी जरुरी है।
-भूपेश शर्मा,समन्वयक,विद्यार्थी परामर्श केंद्र,शिक्षा विभाग,श्रीगंगानगर- सीबीएसई ने परिपत्र जारी किया है। इसमें ऑनलाइन-ऑफलाइन कक्षाओं में शामिल नहीं होने वाले या प्री-बोर्ड और अद्र्धवार्षिक परीक्षा से गायब रहने वाले छात्र-छात्राओं को अनुपस्थित माना जाएगा।
हंसराज यादव,सीडीइओ, शिक्षा विभाग,श्रीगंगानगर।