इस तरह खुलासा होता चला गया
आसपास के इलाके के थानों में लापता व्यक्तियों के बारे में पता लगाया गया। इसमें दोपहर बाद पुलिस को कुछ लापता व्यक्तियों के बारे में जानकारी मिली थी। टीम ने साक्ष्य जुटाए और तकनीकी जांच व सूचना एकत्रित कर अज्ञात शव की पहचान विजेन्द्र सिंह पुत्र भानी सिंह राजपूत निवासी सात जेड के रूप में हुई। इसके बाद पुलिस ने मृतक का मोबाइल, एटीएम आदि की जानकारी जुटाई तो प्रकरण का खुलासा होता चला गया।
सेक्स के लिए आकर्षित किया
दंपति से पूछताछ में पता चला कि जसमीन ने पहले विजेन्द्र सिंह से दोस्ती की और उसे सेक्स के लिए आकर्षित किया। एएसपी सिंह ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि विजेन्द्र सिंह के आरोपी आशु उर्फ जसमीन से अवैध संबंध थे। आरोपियों को यह पता था कि विजेन्द्र सिंह विदेश (श्रीलंका) में नौकरी करता है। उसके पास रुपए हैं। इस कारण अवैध संबंधों की आड में ब्लैकमेल करने के लिए उसे अपने किराए के मकान में फोनकर शनिवार रात करीब नौ बजे बुलाया। सुनियोजित षड्यंत्र के अनुसार जसमीन ने उसके साथ बैठकर बीयर पी। तभी रोहित आ गया और झगड़ा करने लगा।
मृतक के एटीएम से रुपए निकाले, पेट्रोल खरीदा
उससे करीब एक-दो हजार रुपए की नकदी छीन ली। मोबाइल में पेटीएम व एटीएम का पासवर्ड भी ले लिया। रोहित ने इसी दौरान उसके सिर में रोटी बनाने का तवा मार दिया, जिससे वह गिर गया। इसके बाद महिला ने भी उसके सिर में तवे से चोटें मारी। जिससे उसकी मौत हो गई। फिर आरोपी मृतक की स्कूटी लेकर आए और एटीएम से रुपए निकाले, बोतल में पेट्रोल खरीदा।
भगवान से शादी के बाद चर्चित पूजा सिंह को लेकर अब आई ये खबर
इसके बाद लेबर कोर्ट के बाहर से रेहडी चोरी कर ले गया। घर में मृतक को कपड़े सुखाने वाले तार से बांध कर प्लास्टिक की पानी की टंकी में डाल दिया। रविवार तडक़े करीब तीन-चार बजे पानी की टंकी में शव को रेहडी पर लेकर छह जेड में खाली प्लाट में पहुंचा। उसकी पत्नी पीछे स्कूटी से वहां पहुंची। यहां टंकी को उतारकर उसमें पेट्रोल डालकर आग लगाकर चले गए।
इस तरह हुई थी दोनों की मुलाकात
पुलिस ने बताया कि शव को आग लगाने के बाद आरोपी स्कूटी लेकर बस स्टैण्ड पर पहुंचे और बस स्टैण्ड के पास स्कूटी की नंबर प्लेट तोड़कर खड़ा कर दिया। इसके बाद रेलवे स्टेशन पहुंचे और ट्रेन से अबोहर पहुंच गए। महिला व आरोपी अपने पीहर चली गई। एएसपी ने बताया कि विजेन्द्र सिंह व आरोपी महिला की कुछ माह पहले से जानकारी थी। वह एक बार झगड़ा होने पर घर से निकल गई और शहर में घूम रही थी।
श्रीलंका से कुछ समय ही वापस आया था
उसी दौरान उसे विजेन्द्र सिंह मिला तो उसने अबोहर जाने के लिए मदद मांगी। इस पर उसको एक हजार रुपए दे दिए थे। तबसे दोनों में बातचीत होती रहती थी। दोनों में रुपए का लेन-देन चलता रहता था। एएसपी सिंह ने बताया कि विजेन्द्र सिंह श्रीलंका से कुछ समय ही वापस आया था। उसके खाते में लाखों रुपए थे। इन रुपयों के लिए आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया था। विजेन्द्र की बेटी की शादी 30 जनवरी को तय हुई थी। इस घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। शादी की खुशियां मातम में बदल गई।