एसएचओ अनिल कुमार ने बताया कि गुरुवार सुबह वार्ड पार्षद परमजीत कौर के साथ युवती की मां रामप्यारी ने बेटी कविता पुत्री रामदेव की गुमशुदगी की सूचना थाने में दी थी। जलदाय विभाग के जेइएन अनिल कुमार ने गुरुवार शाम एक शव को डिग्गी में देखकर सूचना उन्हें दी । जलदाय अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने मजदूरों की सहायता से शव को डिग्गी से बाहर निकाल लिया। सूचना मिलने पर एसपी अमरजीत चावला, एसएचओ अनिल कुमार मौके पहुंचे।
थानाधिकारी ने बताया कि मृतका के कविता होने की आशंका के चलते पार्षद परमजीत कौर तथा उसकी मां रामप्यारी को शिनात के लिए बुलाया गया, जहां दोनों ने शव के कविता के होने की पुष्टि कर दी। पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। उन्होंने बताया कि कविता निजी विद्यालय में कक्षा 11 की छात्रा थी। बुधवार रात 11 बजे रामप्यारी ने कविता को ढंग से पढ़ाई करने के लिए फटकार लगाई जिससे कविता काफी नाराज हो गई और रात लगभग 12 बजे घर से निकल गई। फटकार से नाराज युवती ने ऐसा कदम उठा लिया। मृतका की मां की तरफ से मर्ग दर्ज करवाई गई कि उसने कविता को कुछ बातों को लेकर समझाया था जिस पर उसने नाराज होकर डिग्गी में छलांग लगा दी।
परिवार से अलग रह रहा है पिता
पार्षद परमजीत कौर ने बताया कि रामप्यारी बेटी कविता और बेटे पवन (17) के साथ किराए के मकान में रह रही है। उसका पति के साथ विवाद है, इसलिए पति रामदेव परिवार से अलग रायसिंहनगर थाना क्षेत्र में रह रहा है। रामप्यारी घरों में सफाई का काम करती है। उसका बेटा भी 11वीं कक्षा का छात्र है। कविता की मौत की सूचना पिता रामदेव को दे दी गई है।