-इन दिशाओं में हो रहा काम 1. नामांकन अभियान प्रदेशभर में सामान्य बच्चों के साथ विशेष विद्यार्थियों को भी सरकारी स्कूलों से जोडऩे के लिए विशेष नामांकन अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए विशेष शिक्षक और सामान्य शिक्षक निर्धारित क्षेत्रों के पीइइओ, वार्ड पंच, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आदि से सम्पर्क कर ड्राप आऊट बच्चों को स्कूलों से जोड़ रहें हैं।
2. स्माइल ग्रुप के अलावा है समर्थ ग्रुप दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए प्रदेश के सभी जिलों में अलग से व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं। इनमें नियमित रुप से अलग-2 कक्षा व विषयवार कटेंट भेजा जा रहा है। इसके साथ ही बच्चों को नियमित रुप से गृह कार्य भी दिया जाएगा।
3. विडियो लाइब्रेरी पर एक क्लिक से पूरी जानकारी मूक बधिर सहित अन्य श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए वीडियो लाइब्रेरी भी तैयार कराई जा रही है। इसमें कक्षा एक से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को यदि ई-कक्षा के बाद भी कोई शंका रहती है तो वह एक क्लिक पर पूरी जानकारी ले सकता है।
-यूं होगी कंटेंट की व्यवस्था ग्रुप का स्तर ग्रुप ऐडमिन सदस्य जिला स्तर सीडीईओ डीइओ मा./ प्रा.+ समस्त सीबीइओ+ एडीपीसी+ आरपी(सीडब्ल्यूएसएन)+ पीओ(आईईडी) ब्लॉक स्तर सीबीइओ डीइओ मा./ प्रा.+ समस्त सीबीइओ+ एडीपीसी+ आरपी(सीडब्ल्यूएसएन)+ पीओ(आइइडी)+ ब्लॉक के सभी पीईईओ+ ब्लॉक के सभी सीडब्ल्यूएसएन विद्यार्थी
पीइइओ स्तर पीइइओ पीइइओ क्षेत्र के संस्थाप्रधान+ विशेष शिक्षक+ आरपी(सीडब्ल्यूएसएन)+ पीओ(आइइडी)+ सीबीइओ+ सक्रिय एनजीओ + पीइइओ के सभी सीडब्ल्यूएसएन विद्यार्थी फैक्ट फाइल दिव्यांगता की श्रेणियां-21
राजकीय विद्यालयों में दिव्यांग विद्यार्थी- 88.5 हजार प्रदेशभर में विशेष शिक्षक-2200
जिले में संदर्भ कक्ष-9
जिले में विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थी-3.1 हजार समर्थ ग्रुप में सीडब्ल्यूएसएन के लिए भेजे जा रहे विडियो विभाग के यू-ट्यूब चैनल इ-कक्षा पर भी अपलोड हैं। इनमें प्रत्येक विषय को दृश्य,श्रव्य और सांकेतिक भाषा में एक साथ समझाया गया है।
-भूपेश शर्मा,समन्वयक,जिला दिव्यांगता प्रकोष्ठ,शिक्षा विभाग,श्रीगंगानगर ।
देशभर में इस तरह दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए एक कंटेंट तैयार करवाने वाला राजस्थान पहला राज्य है। इसके अलावा एक ओर नवाचार के तहत नेत्रहीन विद्यार्थियों के लिए अब ब्रेल में ही वर्कशीट भी दी जाएगी।
-सौरभ स्वामी, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा,बीकानेर ।