जानकारी अनुसार पालिका उपाध्यक्ष अशोक गरुड़ा की मौजूदगी में हुई बैठक में इओ संदीप बिश्नोई ने बताया कि सार्वजनिक स्थलों व सडक़ों पर घूम रहे निराश्रित पशुधन को लेकर हाल ही राज्य सरकार ने निर्देश जारी किए हैं। इओ ने कहा कि सडक़ों पर निराश्रित पशुधन से दुर्घटनाओं में वृद्धि के साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य व सुरक्षा को भी खतरा रहता है। उन्होंने बताया कि राजस्थान नगरपालिका अधिनियम- 2009 की धारा 247-250 के अंतर्गत सार्वजनिक स्थान पर घूम रहे पशु को अधिग्रहण व परिबद्ध किया जा सकता है। यही नहीं, इसे बाद में नीलामी से बेचान भी किया जा सकता है। उन्होंने पशुपालकों को अपना पालतू गोवंश आबादी क्षेत्र से बाहर अन्यत्र किसी बाड़े में स्थानातंरित करने के लिए कहा। पशुपालकों से सहमति बनने पर करीब 10 दिन पहले पकड़े गए गोवंश को जुर्माने देने पर छोड़ा गया। बैठक में सफाई निरीक्षक गौरी शंकर सहित अन्य कार्मिक व करीब दर्जनभर पशुपालक भी शामिल हुए।
दो सप्ताह पहले आई थी शिकायत
गौरतलब है कि कच्ची थेड़ी एरिया से धन्ना राम, सोना राम, बनवारी लाल, कुलदीप, कृष्ण राम, प्रीतम राम, मनोहरी देवी, परमेश्वरी देवी व रेशमा आदि लोगों ने सात जनवरी को उपखंड व नगरपालिका प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर पालतू पशुओं के विचरण से सडक़ों पर फैली गंदगी से निजात दिलाने की मांग की थी। ज्ञापनों में बताया कि कस्बे के वार्ड 9, 10 व 11 में कुछ पशुपालकों ने 50 से 200 तक का गोवंश पाल रखा है लेकिन उन्हें रखने के लिए उनके पास पर्याप्त जगह (बाड़े) नहीं हैं। ऐसे में वे अपने पशुओं को घरों के बाहर सडक़ पर खुला छोड़ देते हैं। सैंकड़ों पशुओं के मलमूत्र व गोबर आदि से सडक़ों पर गंदगी पसरी है। इसके अलावा सडक़ों पर घूम रहे गोवंश से हादसे की आशंका भी जताई गई थी।
रेहड़ी संचालकों से बैठक आज
इधर, मुख्य बाजार से रेहडिय़ां हटाने का मुद्दे को लेकर भी नगरपालिका की ओर से गुरुवार को बैठक रखी गई है। इओ ने बताया कि आवागमन सुगम बनाने के लिए राज्यव्यापी अभियान के तहत प्रशासन की ओर से मुख्य बाजार में शटरलाइन के बाहर दुकानों के आगे सामान रखकर अस्थायी या अन्य किसी तरीके से किया स्थायी अतिक्रमण हटाना जाएगा। वहीं, पुरानी धानमंडी की पिड़ संख्या एक व तीन को वेंडिंग जोन बनाकर वहां फल-सब्जी की समस्त रेहडिय़ों के खड़े होने का स्थान तय किया गया था। इसके लिए 23 जनवरी तक का समय दिया गया था लेकिन फल-सब्जी रेहड़ी यूनियन की ओर से इसका विरोध होने पर गुरुवार दोपहर 12 बजे नगरपालिका सभागार में बैठक रखी गई है। इसके बाद ही आगामी निर्णय किया जाएगा।