गुरमीत सिंह कुन्नर का निधन, अब 5 जनवरी को होगी वोटिंग
कांग्रेस के उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर का निधन मतदान से पहले हुआ, इसलिए करणपुर विधानसभा क्षेत्र में इस बार स्थगित चुनाव हो रहे हैं। वर्ष 1985 में इस विधानसभा सीट से निर्दलीय गुरदीप सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी जगतार सिंह कंग को हरा कर चुनाव जीता। लेकिन चुनाव परिणाम आने के कुछ दिन बाद उनका निधन हो गया, जिससे इस विधानसभा सीट पर उप चुनाव करवाने पड़े़। तब कांग्रेस ने इकबाल कौर प्रत्याशी बनाया, जबकि अन्य दलों ने कुंदन लाल मिगलानी को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा। उप चुनाव में इकबाल कौर को 27000 मत मिले और उनके प्रतिद्वन्द्वी कुंदनलाल मिगलानी को 17000 मत मिले। इस प्रकार इकबाल कौर दस हजार मतों के अंतर से विजयी रही।
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सहानुभूति वोट मिलने की पूरी उम्मीद
कांग्रेस को इस चुनाव में सहानुभूति वोट मिलने की उम्मीद है। करणपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता को सक्रिय राजनीति के चालीस वर्ष समर्पित करने वाले गुरमीत सिंह कुन्नर की राजनीतिक छवि बेदाग रही। सादगी और सीधेपन के कारण उनका अपना अच्छा खासा वोट बैंक था। कांग्रेस ने उन्हीं की छवि का लाभ लेने के लिए बेटे को टिकट दिया है। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने से भाजपा को फायदा मिलने की उम्मीद है। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी संधू पंजाब से पूरा पानी लाने का वादा मतदाताओं से कर रहे हैं। मतदाता अभी खामोश हैं, इसलिए ऊंट किस करवट बैठेगा इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है।
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