जबकि भाजपा की कलक्ट्रेट से आगे जेल की तरफ आगे सभा चल रही थी। मेघवाल वहां पर नहीं आकर शायद भूल से इस रास्ते से आ गए । इस कारण मेघवाल को किसानों के विरोध का सामान करना पड़ा। गंगासिंह चौक पर किसानों ने पहले सभा की और फिर कोतवाली रोड होकर भाजपा की सभा की तरफ विरोध करने के लिए आगे बढ़े। इस बीच किसानों को पुलिस ने तीन जगह बैरीकेट्स तोडकऱ आगे बढऩे से रोकने की कोशिश की गई। कोतीवाल थाना से आगे पेट्रोल पंप से कुछ दूरी पर पुलिस और किसानों की झड़प हो गई। इस पर पुलिस ने किसानों पर लाठी चार्ज किया। चार-पांच किसान चोटिल हो गए लेकिन बड़ी संख्या में किसान होने की वजह से वहां पर किसानों ने पुलिस-प्रशासन व भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए डटे रहे। माहौल सुबह से लेकर दोपहर तक तनावपूर्ण बना रहा। संयुक्त किसान मोर्चा की अध्यक्षता कर रहे पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल,किसान नेता पृथीपाल संधू,मनिंदर सिंह मान,संतवीर सिंह,श्योपतराम मेघवाल,गुरबलपाल सिंह,अमर सिंह बिश्नोई,रमन रंधवा,कालू थोरी सहित काफी किसान नेताओं ने किसानों से समझाइश कर वहीं पर रोक लिया। किसानों ने भाजपा व पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और वहीं पर एक बार धरना लगाकर बैठ गए। आखिर दो बजे पूर्व विधायक बेनीवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य भाजपा के कार्यक्रम का विरोध करना था और विरोध किया और अब भाजपा का गांव-गांव में विरोध करने का आह्वान किया गया। वहीं,दूसरी तरफ भाजपा का विरोध-प्रदर्शन के तौर पर सभा का कार्यक्रम चलता रहा।