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श्री गंगानगर

‘सोने’ की चमक से दमक रहे किसान, समर्थन मूल्य से आठ सौ रुपए ज्यादा बिका गेहूं, जानें कारण

सोना कही जाने वाली गेहूं की फसल की चमक से किसान दमक रहे है, गेहूं के भावों में बढ़ोतरी लगातार जारी है।

श्री गंगानगरApr 20, 2022 / 08:02 pm

Kamlesh Sharma

Anupgarh Dhan mandi Bhav: Wheat record sold at Rs 2800 per quintal

सोना कही जाने वाली गेहूं की फसल की चमक से किसान दमक रहे है, गेहूं के भावों में बढ़ोतरी लगातार जारी है।

अनूपगढ़ . सोना कही जाने वाली गेहूं की फसल की चमक से किसान दमक रहे है, गेहूं के भावों में बढ़ोतरी लगातार जारी है, जिससे समर्थन मूल्य पर खरीद केंद्र शुरु होने के बावजूद एफसीआई अनूपगढ़ के खरीद केंद्रों पर अपना खाता नहीं खोल पाई है। मंगलवार को कस्बे की धान मंडी में आई 1482 किस्म की गेहूं रेकॉर्ड 2800 रुपए प्रति क्विंटल बिकी है। औसत भाव भी लगभग 2200 रुपए प्रति क्विंटल रहे हैं। गेहूं के भावों के बढने के संभावना को देखते हुए धान मंडी में गेहूं की आवक कमजोर है। कृषि उपज मंडी समिति सचिव सूबे सिंह रावत ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से गेहूं की आवक कमजोर हो गई है। किसान गेहूं के भावों के बढ़ने की संभावना व्यक्त कर रहें हैं।
यह है समर्थन मूल्य
गेहूं 2015 रुपए
चना 5230 रुपए
सरसों 5050 रुपए

मंडी में गेहूं की आवक
11 अप्रैल 6500 क्विंटल
12 अप्रैल को 12609क्विंटल
13 अप्रैल को 3820 क्विंटल
14 अप्रैल को 6515 क्विंटल
15 अप्रैल 13984 क्विंटल
16 अप्रैल को 9953 क्विवंटल
18 अप्रैल को 10844 क्विंटल
18 अप्रैल को 4646 क्विंटल
एफसीआई नहीं खोल पाई खाता
क्षेत्र में एफसीआई की ओर से समर्थन मूल्य खरीद केन्द्र शुरू करने के बावजूद खरीद केन्द्रों पर जिंसों के बचने के प्रति किसानों का रूझान नहीं है। समर्थन मूल्य पर खरीद की जाने वाली जिंसों का बाजार भाव समर्थन मूल्य से ज्यादा होने पर किसान अपनी जिंस को समर्थन मूल्य खरीद केन्द्र पर नहीं ला रहा। हालांकि चना का बाजार भाव समर्थन मूल्य से कम है,लेकिन चना की समर्थन मूल्य पर खरीद शुरु नहीं की गई हैं। एफसीआई के समर्थन मूल्य खरीद केन्द्र पर पिछले बीस दिनों से किसानों का इंतजार हो रहा है। कस्बे में एफसीआई की तरफ से 7 लाख 20 हजार बैग मुहैया करवाए गए हैं। एफसीआई की तरफ से वर्ष 2020-21 में 12 लाख व 2021-22 में लगभग 14 लाख बैग की समर्थन मूल्य पर खरीद की गई थी।
इनका कहना है
1482 किस्म की गेहूं को लोग खाने के लिए सबसे अधिक लेना पसंद करते है लेकिन इसका पौधा अन्य की अपेक्षा बौना होता है व कम उत्पादन देता है, इसलिए किसान इसका बीजान कम करते है। यही कारण है कि इसका बाजार भाव अन्य किस्मों की अपेक्षा अधिक ही रहता है। मंगलवार को बाजार में 1482 किस्म की आई एक ढेरी की बोली में 2800 रुपए प्रति क्विंटल बिकने का इस किस्म की कम आवक ही कारण होता हैं। इससे पूर्व अन्य किस्म के गेहूं से 100 से 150 रूपए प्रति क्विंटल का फर्क रहता था,लेकिन मंगलवार को 600 रुपए प्रति क्विंटल के अंतर से गेहूं की यह किस्म बिकी हैं।
रामनिवास चौधरी, सहायक निदेशक कृषि विस्तार अनूपगढ़

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