भारत-पाक और चीन के युद्ध में बहादुरी दिखाने वाले सब मेजर नैनसिंह देवड़ा का निधन
राजस्थान निवासी सूबेदार मेजर नैनसिंह देवड़ा का निधन हो गया। भारत-पाकिस्तान व चीन देशों के साथ युद्ध के दौरान सब मेजर नैनसिंह देवड़ा ने अदम्य साहस एवं बहादुरी का परिचय दिया था।
राजस्थान के सिरोही जिले के विरोली गांव निवासी भारतीय सेना में बहादुरी के लिए कई पदकों से नवाजे गए सूबेदार मेजर नैनसिंह देवड़ा का गत सप्ताह शुक्रवार को निधन हो गया। शुक्रवार को बड़ी संख्या में लोगों ने उनके निवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
भारत-पाकिस्तान व चीन देशों के साथ युद्ध के दौरान सब मेजर नैनसिंह देवड़ा ने अदम्य साहस एवं बहादुरी का परिचय दिया था, इस पर उनको भारतीय सेना की ओर से युद्ध सेवा पदक 1962, समर सेवा स्टार 1965, रक्षा पदक 1971, संयुक्त राष्ट्र संघ सेना कांगो दक्षिण अफ्रीका, विदेश सेवा मेडल सहित करीब एक दर्जन से अधिक सम्मान पदकों से नवाजा गया था।
मेजर देवड़ा के निधन पर अंतिम दर्शन उपरांत बैंड की शोक धुन के साथ श्रद्धा व सम्मान पूर्वक क्षेत्रवासियों ने शवयात्रा निकाली एवं परिजनों ने मुखाग्नि दी। देवड़ा ने सेना में 1957 से 1989 तक 32 वर्ष की लम्बी सेवा प्रदान की।
तत्कालीन राष्ट्रपति ने दी विशेष पदोन्नति
तत्कालीन राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने देवड़ा की शूटिंग तोपखाना मोर्टार अटैक की आउट स्टैंडिंग परफॉर्मेंस से कनिष्ठ आयुक्त अधिकारी के रूप में देवड़ा को विशेष पदोन्नति प्रदान कर नवाजा था। राजधानी नई दिल्ली में राजपथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय परेड का नेतृत्व 1979 में देवड़ा ने किया था।
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सैनिक समिति के कैप्टेन नारायण सिंह देवड़ा, कैप्टेन रतन सिंह वीरवाड़ा, कैप्टेन मगसिंह देवड़ा, विधायक समाराम गरासिया, नरपतसिंह राणावत, गोपसिंह देवड़ा राष्ट्रपति पुरस्कृत, पुलिस निरीक्षक, जिला शिक्षा अधिकारी सिरोही, जिला परिषद, पंचायत समिति सदस्यों सहित सिरोही, जालोर, पाली, उदयपुर, जोधपुर एवं प्रदेशभर से सैकड़ों व्यक्तियों ने विरोली गांव पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित कर युद्धसेवा गौरव सैनिक को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। देवड़ा के ज्येष्ठ पुत्र भगवत सिंह देवड़ा शिक्षाधिकारी है। रणवीर सिंह, सुरेन्द्र सिंह एवं सुपुत्री समंदर कंवर भी राज्य सेवा में है।