इलाके में आवारा श्वानों का आतंक है। इससे पहले सिरोही के जिला अस्पताल में भी श्वानों के 29 दिन के मासूम को नोंचकर मारने की घटना हो चुकी है। इसके बावजूद अभी तक आवारा श्वान कम नहीं हुए हैं। ऐसे में लोगों में डर बना रहता है। सिरोही, आबूरोड सहित लगभग सभी जगह शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में आवारा श्वान सड़कों व सार्वजनिक स्थानों पर काफी संख्या में विचरण करते नजर आते हैं। ऐसे में छोटे बच्चों को खतरा बना रहता है।
जानकारी के मुताबिक झामरफली निवासी पाबूरी पत्नी अमृत कुमार गरासिया के तीन पुत्रियाें के बीच जसवंत इकलौता बेटा था। जसवंत 6 वर्ष का था। माता-पिता ने हाल ही करीब 20 दिन पहले ही उसका स्कूल में एडमिशन कराया था। उनको क्या पता कि उनके इकलौते बेटे को कुत्ते नोंच डालेंगे। अन्यथा वे उसे अकेला नहीं छोडते। वह हर रोज की तरह से खेल रहा था। इसी दौरान आवारा श्वानों ने हमला कर दिया, उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर परिजन दौड़कर आए भी , लेकिन उसे बचा नहीं सके। तब तक श्वान उसे अपना निवाला बना चुके थे।