शहीद परिवारों को मिलेगी सौगात
सैनिक कल्याण विभाग के अनुसार शहीद परिवार से किसी एक व्यक्ति को अनुकंपा नौकरी दी जाती है। अभी शहीद परिवार में केवल पत्नी व बच्चों को ही अनुकंपा नियुक्ति के लिए प्राथमिकता दी जाती है। अगर पत्नी या बच्चों में पहले से अगर कोई सरकारी नौकरी में है, तो उन्हें भी अनुकंपा नियुक्ति से वंचित रखा गया हैं। सरकार से इन आदेशों पर मुहर लगने के बाद शहीद परिवार से किसी एक व्यक्ति को अनुकंपा में नौकरी मिल जाएगी। विभाग कि सरकारी नौकरी प्राप्त करना इंसान की खुद की योग्यता है। इसमें शहीद परिवारजनों को अनुकंपा नियुक्ति से वंचित करना उचित नहीं हैं।
इन रिश्तों को मिलेगा अनुकंपा में स्थान
शहीद कोटे से अनुकंपा नियुक्ति में नौकरी मिलने के आसार दिखने शुरू होते ही जिले के 58 परिवारों ने अपने नजदीकी परिजनों को नाम सैनिक कल्याण बोर्ड कार्यालय भेज दिए हैं। अनुकंपा नौकरी से वंचित रही शहीद की पत्नी व बच्चों के साथ शहीद का पौत्र, दोहिता, भतीजा, पुत्रवधु, दत्तक पुत्र, पड़पौत्र, पौत्र वधु, पुत्री व पुनर्विवाह से प्राप्त पुत्र आदि को शामिल किया जाएगा। शहीद सम्मान यात्रा के दौरान अनुकंपा नियुक्ति के साथ 43 स्कूल व चार अन्य संस्थाओं के नामकरण व दो भूमि आंवटन करवाने के प्रार्थना पत्र भी स्वीकार किए गए हैं।
-शहीद परिवारों के आश्रितों को जल्द नौकरी भी मिलेगी। इसके लिए काफी मशक्कत हुई है। पहले शहीद परिवार में से किसी एक के सरकारी सेवा में होने पर नियुक्ति नहीं दी जाती थी। लेकिन अब नियमों में अब बदलाव होने से यह संभव हो सकेगा। इसका फायदा पूरे प्रदेश के शहीद परिवारों को मिलेगा।- प्रेमसिंह बाजौर, अध्यक्ष, सैनिक कल्याण बोर्ड