बता दें, गुरुवार को इंडिया गठबंधन के बैनर तले नीमकाथाना में एक सभा का आयोजन किया गया है। इसमें 4 जनवरी को सीकर बंद करने का आह्वान किया गया है।
4 जनवरी को सीकर बंद का आह्वान
सभा में सीकर और नीमकाथाना को जिला और संभाग यथावत रखने की मांग को लेकर 4 जनवरी को सीकर बंद का आह्वान किया गया है। इसके अलावा 7 जनवरी को सीकर उपखंड कार्यालय में ज्ञापन दिया जाएगा। यह आंदोलन इंडिया गठबंधन के बैनर तले हो रहा है। वहीं, संघर्ष को संगठित करने के लिए सीकर संभाग और नीमकाथाना जिला संघर्ष समिति का भी गठन किया गया है। डोटासरा का सरकार पर तीखा हमला
PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने जिले खत्म करने के निर्णय को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जनता से बदला लेने पर उतर आई है। कहा कि हम इनके घुटने टिका देंगे और इनसे सीकर संभाग और नीमकाथाना जिला वापस लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह किसी पार्टी की नहीं, बल्कि पूरे शेखावाटी क्षेत्र की जीत होगी।
डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यह सरकार पर्चियों से चलती है। इनके पास न तो विजन है और न ही जनता की सेवा का इरादा। उन्होंने कहा कि हमारा हारने का रिकॉर्ड नहीं है, यह बात तो मोदी भी जानता है। डोटासरा ने कहा कि सीकर संभाग बना तो उसमें एम्स भी आता, आईआईटी भी आता, बड़े लेवल की परीक्षाएं भी संभाग स्तर पर होती। संभाग के कारण चिकित्सा, शिक्षा के क्षेत्र में हमें बहुत फायदा होता।
यह शेखावाटी का अपमान है- अमराराम
सीकर के सांसद अमराराम ने इसे शेखावाटी के सम्मान पर हमला बताते हुए कहा कि सरकार ने सीकर संभाग और नीमकाथाना जिला खत्म करके हमारी अस्मिता को ललकारा है। हमें इसका जवाब ईंट का जवाब पत्थर से देना होगा। यह सिर्फ प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। इस सभा में अन्य वक्ताओं ने चेतावनी दी कि यह आंदोलन तहसील, पंचायत और गांव-ढाणी तक ले जाया जाएगा। बता दें, इस जनांदोलन को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सांसद अमराराम और चूरू सांसद राहुल कस्वां जैसे बड़े नेताओं का समर्थन मिल रहा है।