हुआ यूं कि आनंदपाल गैंग की लेडी डॉन अनुराधा को बुधवार को लंच के बाद पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच एसीजेएम प्रथम कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने उसके खिलाफ 420, 67, 68 में चालान पेश किया। बहस के बाद एसीजेएम प्रथम जयमाला पानीगर ने एक अगस्त को सुनवाई की दूसरी तारीख दे दी।
आरोपित के अधिवक्ता रामनिवास यादव की ओर से न्यायालय में जमानत प्रार्थना पत्र लगाया गया। लेडी डॉन सीकर में हुए वर्ष 2015 में सर्राफा व्यापारी अपहरण की मुख्य आरोपित है, जिसको नीमकाथाना कोतवाली पुलिस ने जून में फर्जी सिम के मामले में नागौर जेल से प्रोटेक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर 15 जून को कोर्ट में पेश किया था।
जहां कोर्ट ने उसे 27 जून तक वापस जेल भेज दिया। सर्राफा व्यापारी अपरहण के दौरान उस समय लेडी डॉन ने नीमकाथाना निवासी विकास कुमार गोयर के नाम की फर्जी सीम उपयोग में ली थी। पीडि़त ने उस दौरान डॉन के खिलाफ कोतवाली थाना में मामला दर्ज करवाया था।
जेल में प्रताडि़त करने की शिकायत
लेडी डॉन अनुराधा ने कोर्ट में जज के सामने कहा कि उसे जेल में प्रताडि़त किया जा रहा है। डॉन के वकील ने बताया कि महिला जज ने आरोपित अनुराधा से कहा कि वो अपनी शिकायत राज्यपाल से करें। वकील ने कहा कि अनुराधा की शिकायत एक चिट्ठी राज्यपाल को भेजी जाएगी।
साढ़े तीन घंटे तक गाड़ी में रही लेडी डॉन
सुबह करीब 11.30 बजे पुलिस लेडी डॉन को नागौर जेल से नीमकाथाना कोर्ट में पेश के लिए लेकर पहुंची। मगर कोर्ट ने सुनवाई नहीं करने के कारण पुलिस आरोपित को साढ़े तीन घंटे तक गाड़ी में ही बैठाए रखा। उस दौरान कोर्ट परिसर में देखने वालों की जमकर भीड़ उमड़ पड़ी।