सोमवार को समिति की ओर से रामलीला मैदान में आक्रोश सभा आयोजित की गई। सभा में सीकर सांसद अमराराम, विधायक सुरेश मोदी, पूर्व आइएएस केएल मीणा, दांतारामगढ़ विधायक वीरेंद्र सिंह, खेतड़ी पूर्व विधायक दाताराम गुर्जर सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
सभा को संबोधित करते हुए सांसद अमराराम ने कहा कि नीमकाथाना जिले की मांग 1952 से चली आ रही थी, जिसे सरकार ने एक मिनट में हटा दिया। उन्होंने कहा कि आंदोलन के जरिये सरकार को झुकाने का प्रयास किया जाएगा। पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग को लेकर काफी संघर्ष किया गया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने जिले का विरोध करने वालों को चुनाव में हराने का दुष्प्रचार किया। विधायक सुरेश मोदी ने कहा कि अब न्याय के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे और विधानसभा का घेराव किया जाएगा।
किया प्रदर्शन
सभा के बाद प्रदर्शनकारियों ने रैली के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। रास्ते में प्रदर्शनकारियों ने भाजपा कार्यालय के सामने नारे लगाए और कार्यालय में घुसने का प्रयास किया। कलक्ट्रेट पहुंचने के बाद जनप्रतिनिधियों और प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर भागीरथ शांख को ज्ञापन सौंपा और जिले को यथावत रखने की मांग की।