व्यापारी संगठन खाटूधाम के मास्टर प्लान 2041 को खारिज करने की मांग कर रहे है। बंद समर्थकों का आरोप है कि मास्टर प्लान को लेकर खाटूश्यामजी कस्बे के रहने वाले लोगों से कोई राय नहीं ली गई। ऐसे में मास्टर प्लान लागू होने से खाटूश्यामजी कस्बा पूरी तरह तहस-नहस हो जाएगा। कस्बे के कई लोगों की जमीन इस मास्टर प्लान में चली जाएगी और वो रोड पर आ जाएंगे। इसके अलावा खाटूश्यामजी में रहने वाले लोगों को भी भारी नुकसान होगा।
लंबे समय तक खाटूधाम को बंद करने की चेतावनी
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि खाटूश्यामजी मास्टर प्लान 2041 का प्रारूप धरातल से मिलान नही खा रहा है। इसमें आम जनता और व्यापारियों को नुकसान होगा। ऐसे में बंद किया है। आज सुबह से ही खाटूश्यामजी में दुकानें बंद है। साथ ही मास्टर प्लान 2041 को रद्द करने की मांग की। अगर भजनलाल सरकार ने हमारी मांग नहीं मानीं तो आने वाले समय में लंबे समय तक खाटू श्यामजी को बंद किया जा सकता है।
बंद के चलते श्रद्धालु परेशान
संपूर्ण बाजार बंद होने के चलते श्रद्धालुओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। श्रद्धालुओं को खाने पीने की वस्तु सहित आवास की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। वहीं, ई-रिक्शा चालकों द्वारा बंद को समर्थन देने से श्रद्धालुओं को पैदल ही आने-जाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
क्यों हो रहा विरोध?
हाल ही में प्रदेश की भजनलाल सरकार ने खाटूश्यामजी में कॉरिडोर बनाने व मंदिर को भव्यता प्रदान करने के लिए 100 करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान की घोषणा की थी, ताकि इसे अयोध्या व काशी की तर्ज पर विकसित किया जा सके। खाटूधाम में सड़कों की चौड़ाई, चौराहे व पार्क निर्माण होने से लोगों को अपनी दुकानों की जमीन गंवानी पड़ेगी और वो बेरोजगार हो जाएंगे। इसी के चलते स्थानीय लोग भजनलाल सरकार के मास्ट प्लान का विरोध कर रहे हैं।