उधर पीडब्ल्यूडी मोड़ पर पालिका की ओर से कचरा डाले जाने के विरोध में लोगों का धरना चौथे दिन गुरुवार को भी चल रहा है। धरना पर बैठे लोगों ने कहा कि प्रशासन ने सांवलपुरा रोड पर डंपिंग यार्ड के लिए जमीन निर्धारित की है, कचरा भी वहीं डाला जाए। वहीं सांवलपुरा रोड किसान गोशाला के पास तीन दिन से धरने पर बैठे पार्षदों और आसपास के लोगों का आरोप है कि अधिकारियों और राजनेताओं को लाभ पहुंचाने के लिए पीडब्लूडी मोड़ से कचरा उठाकर यहां डाला जा रहा है, जबकि कचरा निस्तारण प्लांट पीडब्ल्यूडी मोड़ पर भी बनाया जा सकता है।
धरनार्थियों ने आरोप लगाया कि अधिकारी गायों को मारने की साजिश कर रहे हैं, न्याय नहीं होने पर हम न्यायालय की शरण में जाएंगे। इन दोनों के विरोध में खाटू नगरी में कचरे का अंबार लग गया है।
कागजों में नहीं डंपिंग यार्ड
सांवलपुरा रोड पर किसान गौशाला के पास चल रहे धरने में शामिल सोहनलाल निठारवाल व प्रधान निठारवाल ने बताया कि हमने तहसील से कागजाद निकलवाए जिसमें प्रशासन की ओर से बताई गई जगह है ही नहीं। उक्त जगह के पास में गोशाला है, अगर कचरा डाला जाता है तो गायों और पास के लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ेगा। पालिका प्रशासन अगर जबरन कचरा डालती है तो हम हाईकोर्ट जाएंगे।
सांवलपुरा रोड पर धरने को समर्थन दे रहे वार्ड 19 हनुमानपुरा के पार्षद अनिल शर्मा ने कहा कि करीब 20 साल से पीडब्लूडी मोड़ के पास कचरा डाला जा रहा है, वह भी चारागाह की भूमि है। वहां भी डंपिंग यार्ड बन सकता है, लेकिन इन सबके पीछे अधिकारियों की मंशा अपने निजी हित के लिए है। पार्षद ने आरोप लगाया कि इन अधिकारियों का कमाया गया काला धन खाटूधाम में अवस्थित कॉलोनियों में निवेश कर रहे हैं।
अधिकारी पीडब्ल्यूडी मोड़ के पास स्थित वीआइपी कॉलोनी में अपना पैसा लगा हुआ है। ऐसे में अधिकारी अपने हितों की रक्षा के लिए षड्यंत्र कर रहे हैं। खाटू में चारागाह और बहाव क्षेत्र की भूमि को अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रख उसे व्यवसायिक उपयोग के लिए अलॉट कर दी है।
प्रशासन पर भूमाफिया का दबाव
सांवलपुरा रोड पर धरने में बैठे पार्षद राजवीर सिंह, पार्षद दामोदर प्रसाद व सुरेश खोखर ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि वह भूमाफिया के दबाव में आकर गौशाला के पास डंपिंग यार्ड बना रहा है जो गायों के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। गोपाल कलवाणियां, राजेन्द्र कोलावत, भींवराज बाजिया, शंकर काजला, राजेन्द्र वर्मा, नानूराम बावरिया, बरजी देवी आदि ने कहा कि न्याय मिलने तक धरना जारी रहेगा।
पीडब्ल्यूडी मोड़ पर धरने पर बैठे लोगों ने कहा कि पहले पंचायत राज और वर्तमान में पालिका प्रशासन के समक्ष यहां कचरा डाले जाने को लेकर लगातार विरोध किया जा रहा है। कचरे के ढेर और उसमें आए दिन हो रही आगजनी से लोगों के स्वास्थ पर बुरा असर पड़ रहा है।
पालिका ने निकाला अस्थाई समाधान
पालिका प्रशासन ने शाम को कस्बे में बढ़ी कचरे की समस्या का आस्थाई तौर पर समाधान निकाला है। सफाई कर्मचारियों ने कस्बे कुछेक स्थानों से कचरा उठाकर पुरानी नगरपालिका के पीछे जेसीबी से गड्ढा खोदकर कचरे को डालकर मिट्टी से दबा दिया है । मगर मुख्य मार्ग सहित कई जगह अभी भी कचरे के ढेर लगे हुए हैं।
चारागाह भूमि नगरपालिका के नाम ही है उसमें अलॉट कराने की कहा जरूरत है। लोगों के आरोप बेबुनियाद है, पीडब्लूडी मोड़ पर तो पहले से ही समस्या चली आ रही है। सांवलपुरा पर डंपिंग यार्ड की जगह पर तारबंदी कराने का काम गुरूवार की शाम से शुरू करवा रहा हूं। शीघ्र ही कचरे की समस्या का समाधान हो जाएगा।
अरुण शर्मा ( ईओ, पालिका खाटूश्यामजी)
कलक्टर से समाधान की मांग की
पीडब्ल्यूडी मोड़ पर धरना दे रहे किसान व मजदूर नेता शंकर बलोदा, मदनलाल मिश्रा, नीरज खरतला, बालू वर्मा आदि ने गुरुवार को कलक्टर की जनसुनवाई में कचरे की समस्या की अखबारों में प्रकाशित खबरों के साथ ज्ञापन देकर शीघ्र समाधान करने की मांग की। इसके अलावा धरनार्थियों ने सांसद सुमेधानंद को ज्ञापन दिया।