उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने बुधवार को अधिकारियों की बैठक ली। इसमें खाटूश्यामजी काॅरिडोर की प्रस्तावित डीपीआर को लेकर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र में जन सुविधाओं के लिए जगह चिन्हित करनी होगी। इसमें सड़क, परिवहन, यात्रियों के ठहराव, दर्शनों में सुगमता, भीड़ नियंत्रण सहित विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर डीपीआर तैयार की जाएगी।
मॉडल के रूप में विकसित होगा खाटू श्याम मंदिर कॉरिडोर
उन्होंने कहा कि खाटू श्याम मंदिर कॉरिडोर को एक मॉडल के रूप में विकसित किया जा सके। वित्त, सार्वजनिक निर्माण और पर्यटन विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक में वर्तमान चुनौतियों को लेकर भी चर्चा हुई। बैठक में वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अखिल अरोड़ा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव प्रवीण गुप्ता, पर्यटन विभाग की प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। 100 करोड़ की लागत से निखरेगा खाटूधाम
बता दें कि भजनलाल सरकार ने अपने पहले पूर्ण बजट में खाटूश्यामजी में कॉरिडोर बनाने और मंदिर को भव्यता प्रदान करने के लिए 100 करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान की घोषणा की थी, ताकि इसे अयोध्या व काशी की तर्ज पर विकसित किया जा सके। 100 करोड़ की लागत में बनने जा रहे खाटू श्याम कॉरिडोर को लेकर कुछ समय पहले भजनलाल सरकार ने एक मास्टर प्लान भी तैयार किया गया था।