शेखावाटी का गणित
भाजपा: 6
कांग्रेस: 14
बसपा: 1
हर सीट की जीत का समझिए गणित…
लक्ष्मणगढ़: डोटासरा ने जीता रण, बिगड़ा महरिया का सियासी कॅरियर
लक्ष्मणगढ़ में कांग्रेस के गोविन्द सिंह डोटासरा ने एक ही सीट पर चौथी बार जीत हासिल की है। डोटासरा ने महरिया को दूसरी बार इसी सीट पर करारी शिकस्त दी है। गोविन्द सिंह डोटासरा के खिलाफ भाजपा ने जमकर माहौल बनाया। लेकिन जनता के विकास के काम पर मुहर लगाते हुए डोटासरा को जीत दिलाई है। महरिया के कांग्रेस से भाजपा में आने से बदली छवि को जनता ने स्वीकार नहीं किया। वहीं फतेहपुर से इनके भाई नंदकिशोर महरिया के दूसरे दल से चुनाव लड़ने की वजह से भी महरिया को काफी नुकसान हुआ। लोकसभा चुनाव के बाद अब फिर से विधानसभा हराने से महरिया का सियासी कॅरियर बेपटरी हो गया है। वहीं डोटासरा के लगातार किसानों को सांधने की वजह से इस चुनाव में भी फायदा मिला।
सीकर: भाजपा के बागी ने बिगाडे़ समीकरण, पारीक को लगातार जीत
यहां भाजपा के बागी ताराचंद धायल ने यहां समीकरण बदल दिए। इसका नुकसान भाजपा के रतनलाल जलधारी को हुआ। यहां से कांग्रेस के राजेन्द्र पारीक ने लगातार जीत का रेकॉर्ड बनाया है। टिकट वितरण के बाद ही यहां कांग्रेस मजबूत आने लगी। भाजपा ने प्रचार की रणनीति के दम पर मैच में थोड़ी वापसी की। लेकिन समीकरण इस तरह से बने कि भाजपा की फिर मुकाबले में वापसी नहीं हो सकी।
धोद: माकपा की उम्मीद टूटी, कांग्रेस में बिखराव
यहां से माकपा को बड़ी उम्मीद थी, लेकिन मतदाताओं ने बड़ा झटका दिया। कांग्रेस के बिखराव का भाजपा को पूरा फायदा मिला है। शुरूआत में कांग्रेस मतदाताओं के बिखराव की वजह से भाजपा को थोड़ा खतरा होने की संभावना बनी। लेकिन भाजपा ने कई समाजों को जोड़कर सभी को चौका दिया।
श्रीमाधोपुर: बागी ने बिगाड़े समीकरण
यहां कांग्रेस के बागी ने पूरे समीकरण बिगाड़ दिए। मौजूदा विधायक दीपेन्द्र सिंह के मना कराने के बाद भी टिकट देने से भी कांग्रेस को नुकसान हुआ। भाजपा प्रत्याशी झाबर सिंह खर्रा की लगातार सक्रियता और कार्यकर्ताओं की एकजुटता के दम पर भाजपा की वापसी हुई है।
फतेहपुर: बागी और जेजेपी ने की कांग्रेस की जीत की राह आसान
फतेहपुर में भाजपा के बागी और जेजेपी ने कांग्रेस की जीत की राह और आसान कर दी है। यहां भाजपा ने चुनाव प्रचार की रणनीति के दम पर कांग्रेस को कई बार घेरा। लेकिन जीत की राह में बागी और जेजेपी बड़ा कांटा बनी रही। यहां पार्टी ने फतेहपुर में कमल खिलाने के लिए इंजीनियर श्रवण चौधरी को मैदान में उतारा था, उन्होंने प्रचार के लिए खास रणनीति भी अपनाई। जातीय समीकरण व कांग्रेस के परम्परागत वोट बैंक की वजह से कांग्रेस को यहां फिर से जीत मिली।
नीमकाथाना: जिला बनाने का मिला फायदा
नीमकाथाना के जिला बनने से मतदाताओं का पूरा साथ मिला। यहां भाजपा ने चुनाव प्रचार की रणनीति के दम पर मैच में वापसी की लेकिन जातीय समीकरणों से गणित पूरी तरह बिगड़ गया। भाजपा को यहां जिले की गुटबाजी की वजह से भी काफी नुकसान उठाना पड़ा।
खंडेला: भाजपा ने टिकट वितरण से समीकरण बदले, मिली सबसे बड़ी जीत
भाजपा की ओर से टिकट वितरण से पहले ही खंडेला सीट को कमजोर आंका गया। यहां भाजपा की पहले से कांग्रेस के सुभाष मील पर नजर थी। जैसे ही सुभाष मील का कांग्रेस ने टिकट काटा तो भाजपा ने मिली को विश्वास में लेकर पार्टी में शामिल कराया। यही से भाजपा की जीत के समीकरण बदल गए। भाजपा के बागी होने से मील को सहानुभूति मिली। इससे मील को बड़ी जीत भी मिली।
दांतारामगढ़: भाजपा के हाथ से छिटके वोट
पिछले दो चुनाव में नजदीकी मुकाबले से हारने वाली भाजपा ने शुरूआत ठीक की। माकपा और जेजेपी ने मुकाबले को रोचक बनाया। लेकिन कांग्रेस में नया गु्रप जुड़ने से फायदा मिला। भाजपा के चुनाव प्रबंधन की कमी की वजह से कई समाजों के वोट
आखिरी समय पर छिटक गए। इस वजह से भाजपा यहां इस बार और ज्यादा मतों से हार गई। मौजूदा विधायक वीरेन्द्र सिंह की ओर से इलाके में कराए गए विकास कार्य के दम पर यहां कांग्रेस की वापसी हुई है।
1. विधानसभा का नाम : लक्ष्मणगढ़
जीतने वाले का नाम/पार्टी : गोविन्द सिंह डोटासरा, कांग्रेस
कुल वोट : 113304
निकटतम प्रतिद्वंद्वी : सुभाष महरिया
पार्टी/ नाम : भाजपा
जीत का अंतर : 18970
तीसरे स्थान पर रहने वाले का नाम: विजेन्द्र ढाका, माकपा
1875
2. विधानसभा का नाम : फतेहपुर
जीतने वाले का नाम/पार्टी : हाकिम अली, कांग्रेस
कुल वोट : 84194
निकटतम प्रतिद्वंद्वी : श्रवण चौधरी
पार्टी/ नाम : भाजपा
जीत का अंतर : 25993
तीसरे स्थान पर रहने वाले का नाम: नंदकिशोर महरिया, जेजेपी
वोट : 23851
3. विधानसभा का नाम : सीकर
जीतने वाले का नाम/पार्टी : राजेन्द्र पारीक, कांग्रेस
कुल वोट : 97161
निकटतम प्रतिद्वंद्वी : रतन जलधारी
पार्टी/ नाम : भाजपा
जीत का अंतर : 30038
तीसरे स्थान पर रहने वाले का नाम: ताराचंद धायल
वोट : 40782
4. विधानसभा का नाम : धोद
जीतने वाले का नाम/पार्टी : गोरधन वर्मा, भाजपा
कुल वोट : 85543
निकटतम प्रतिद्वंद्वी : पेमाराम
पार्टी/ नाम : माकपा
जीत का अंतर 13378
तीसरे स्थान पर रहने वाले का नाम: जगदीश दानोदिया, कांग्रेस
वोट : 34487
5. विधानसभा का नाम : श्रीमाधोपुर
जीतने वाले का नाम/पार्टी : झाबर सिंह, भाजपा
कुल वोट : 81080
निकटतम प्रतिद्वंद्वी : दीपेन्द्र सिंह शेखावत
पार्टी/ नाम : कांग्रेस
जीत का अंतर : 14459
तीसरे स्थान पर रहने वाले का नाम: बलराम यादव, निर्दलीय
वोट : 41588
6. विधानसभा का नाम : खंडेला
जीतने वाले का नाम/पार्टी : सुभाष मील, भाजपा
कुल वोट : 114236
निकटतम प्रतिद्वंद्वी : महादेव सिंह खंडेला
पार्टी/ नाम : कांग्रेस
जीत का अंतर : 42639
तीसरे स्थान पर रहने वाले का नाम: बंशीधर बाजिया, निर्दलीय
वोट : 11808
7. विधानसभा का नाम : दांतारामगढ़
जीतने वाले का नाम/पार्टी : वीरेन्द्र सिंह, कांग्रेस
कुल वोट : 99413
निकटतम प्रतिद्वंद्वी : गजानंद कुमावत
पार्टी/ नाम : भाजपा
जीत का अंतर : 7997
तीसरे स्थान पर रहने वाले का नाम: अमराराम, माकपा
वोट : 20891
8. विधानसभा का नाम : नीमकाथाना
जीतने वाले का नाम/पार्टी : सुरेश मोदी, कांग्रेस
कुल वोट : 103310
निकटतम प्रतिद्वंद्वी : प्रेमसिंह बाजौर
पार्टी/ नाम : भाजपा
जीत का अंतर : 31587
तीसरे स्थान पर रहने वाले का नाम: राजेश कुमार, रालोपा
वोट : 5398