scriptपिछले साल का पेपर पढ़ कर जाते तो टॉप कर जाते स्टूडेंट्स, 33 में से 32 प्रश्न आए 2023-24 के कॉपी-पेस्ट! | Big Mistake In Rajasthan Common Exam Same Paper Repeat In 2024-25 As 2023-24 In 9th And 12th | Patrika News
सीकर

पिछले साल का पेपर पढ़ कर जाते तो टॉप कर जाते स्टूडेंट्स, 33 में से 32 प्रश्न आए 2023-24 के कॉपी-पेस्ट!

राज्य समान परीक्षा में पिछले साल का पेपर हुआ कॉपी पेस्ट। उदयपुर-चित्तौड़गढ़ में पिछले साल आयोजित कक्षा 12 की ‘आजादी के बाद का स्वर्णिम भारत’ विषय परीक्षा के पेपर से 33 में से 32 प्रश्नों का दोहराव हुआ।

सीकरDec 17, 2024 / 11:44 am

Akshita Deora

Rajasthan News: राज्य स्तर पर हो रही कक्षा 9 से 12 की अर्द्धवार्षिक परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। परीक्षा में शनिवार को हुई कक्षा 12 की आजादी के बाद का स्वर्णिम भारत विषय की परीक्षा में कुल 33 में से 32 प्रश्न पिछले साल उदयपुर और हनुमानगढ़ की जिला समान परीक्षा के पेपर से हूबहू पूछ लिए गए। वहीं, सोमवार को हुई कक्षा 9 की स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा परीक्षा का पेपर भी केवल हिंदी भाषा में ही छपा मिला। जिससे अंग्रेजी माध्यम विद्यार्थियों को उसे हल करने में खासी परेशानी हुई। ऐसे में पहली बार राज्य स्तर पर हो रही परीक्षा पर सवाल उठने लगे हैं।

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12वीं की शनिवार को हुई आजादी के बाद का स्वर्णिम भारत की परीक्षा में 33 सवाल पूछे गए थे। जबकि उदयपुर व हनुमानगढ़ में पिछले साल हुई परीक्षा में कुल 31 प्रश्न पूछे गए थे। जिनमें अथवा के विकल्प सहित चार अतिरिक्त प्रश्न सहित कुल 35 प्रश्न थे। इस साल 32 प्रश्न हूबहू परीक्षा में पूछे गए हैं।
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अंग्रेजी वालों ने लिखे हिंदी में उत्तर

हनुमानगढ़ राज्य स्तरीय परीक्षा में कक्षा 9 की सोमवार को हुई स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा परीक्षा का प्रश्न-पत्र हिंदी भाषा में ही था। इससे अंग्रेजी माध्यम विद्यार्थी पसापेश में पड़ गए। विद्यार्थियों ने हिंदी में प्रश्नों के उत्तर दिए। जब संस्था प्रधानों से इसकी शिकायत की तो हिंदी माध्यम के प्रश्न-पत्रों से ही काम चलाने को कहा गया। बाद में संस्था प्रधानों ने लिखित में उच्चाधिकारियों के समक्ष शिकायत दर्ज कराई और बताया कि अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थी हिंदी माध्यम के प्रश्न पत्र हल करने के अभ्यस्त नहीं हैं। इसमें गलती होने तथा ज्यादा समय लगने की स्थिति रहती है। ऐसे में उच्चाधिकारियों से संस्था प्रधानों को निर्देश मिला कि हिंदी माध्यम के प्रश्न पत्रों का अंग्रेजी में अनुवाद कर विद्यार्थियों की परीक्षा ली जाए।
राज्य समान परीक्षा के पेपर जल्दबाजी में तैयार करवाए गए हैं। इसकी वजह से ही प्रश्नों के दोहराव व एक ही भाषा में प्रकाशित करने जैसे मामले सामने आए हैं। शिक्षा विभाग को पूरी तैयारी के साथ राज्य स्तरीय परीक्षा करवानी चाहिए थी।
गिरधारी गोदारा, प्रदेशाध्यक्ष, रेसला

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क्रम भी समान

12वीं के दोनों वर्ष के प्रश्न पत्र में तीन सवालों के तो क्रम भी समान ही मिले हैं। प्रश्न संख्या 20 में सूचना का अधिकार, 25 में पूर्व की ओर देखो नीति व 28 में भारत— पाकिस्तान के युद्ध वाले प्रश्नों के साथ उनका क्रम भी समान ही मिला है।

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