जिनमें से 2 हजार 304 का सुधार कर उपयोगी बनाया गया है और 2 हजार 728 शेष हैं। कलेक्टर ने लोगों को शौचालयों के उपयोग के लिए प्रेरित करने के भी निर्देश दिए हैं। समीक्षा के दौरान ग्राम पंचायत बिठौली में कमी पाए जाने पर कलेक्टर ने जिले से दल बनाकर गहन जांच करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि 15 जनवरी के बाद प्रगति की विस्तृत समीक्षा की जाएगी तथा किए गए कार्य का भौतिक सत्यापन भी कराया जाएगा। रैंडम आधार पर ग्राम पंचायतों की जांच भी की जाएगी। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को प्रगति की समीक्षा कर नियमित जानकारी देने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने खाद्यान्न पर्ची सत्यापन के प्रगति की समीक्षा की तथा अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर संबंधित कर्मचारियों की दो-दो वेतन वृद्धि रोकने के लिए कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्देशित किया है कि 20 जनवरी के पूर्व सत्यापन का कार्य पूर्ण किया जाना सुनिश्चित करें। सत्यापन का कार्य सही ढंग से किया जाए तथा अपात्रों का चिन्हांकन करना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने उपखंड अधिकारी को प्रतिदिन समीक्षा कर प्रगति से अवगत कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि 20 जनवरी को पुन: समीक्षा की जाएगी जिसमें लक्ष्य की पूर्ति नहीं करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जनपद पंचायत सिहावल अंतर्गत 50 हजार 8 71 परिवारों का सत्यापन किया जाना था, जिनमें से 14 हजार 692 परिवारों का सत्यापन किया जा चुका है और 36 हजार 179 परिवारों का सत्यापन शेष है। इसके साथ ही उन्होंने वन मित्र एप में सभी अमान्य दावों के आवेदनों को पोर्टल पर 10 जनवरी के पहले अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने प्रत्येक आवेदन को दर्ज करने के निर्देश दिए हैं, कोई भी आवेदन नहीं छूटना चाहिए। कलेक्टर ने जय किसान फसल ऋण माफी योजना अंतर्गत गुलाबी आवेदन पत्रों के निराकरण की भी समीक्षा की। उन्होंने प्रत्येक हितग्राही से संपर्क कर उनके आवेदन पत्र के निराकरण के निर्देश दिए हैं जिससे सभी पात्र किसानों को लाभान्वित किया जा सकेगा। उपसंचालक कृषि द्वारा किसान बंधु के चयन की प्रक्रिया से अवगत कराया गया। कलेक्टर ने शासन के निर्देशों के अनुसार किसानों का चयन पारदर्शी तरीके से करने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने धान खरीदी केंद्रों में धान को व्यवस्थित रखने के निर्देश दिए हैं, जिससे असमय वर्षा से फसल खराब नहीं हो। इसके साथ ही उन्होंने उपखंड अधिकारी तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि धान खरीदी केंद्रों का नियमित निरीक्षण करें तथा यह सुनिश्चित करें कि कृषकों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो। खरीदी केंद्रो में पूरी पारदर्शिता से काम किया जाए। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एबी सिंह, उपखंड अधिकारी सिहावल आरके सिन्हा, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग डॉ. केके पांडेय, उपसंचालक कृषि केके पांडेय, अग्रणी जिला प्रबंधक जीएल डोई, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अशोक तिवारी सहित सहायक यंत्री, उपयंत्री ग्रामीण यंत्रिकी सेवा आदि उपस्थित रहे।