मरीजों ने बुलाया मृतक की पत्नी को
अस्पताल प्रबंधन किस कदर लापरवाह है, इसकी बानगी इस बात से मिलती है कि न सिर्फ स्टाफ को मरीजों ने सूचना दी, बल्कि 11 बजे तक जब कोई मृतक बालचंद की सुध नहीं लेने आया तो मरीजों ने ही उसकी पत्नी रामश्री लोधी को बुलाया गया।
रोते-रोते रामश्री ने पल्लू से हटाईं चीटियां
जैसे ही रामश्री सूचना मिलने के बाद अस्पताल आई वह फूट-फूट कर रोने लगी। उसने अपने पति की आंख पर चीटियां देखी तो अवाक रह गई। मौके पर मौजूद मरीजों के मुताबिक ऐसे में रामश्री ने ही पल्लू से चीटियां आंख से हटाईं। बाद में अपने पति के शव को जैसे-तैसे मरीजों के सहयोग से ही अस्पताल से लेकर गई।
नवजात की उंगुली भी काट चुके हैं चूहे
जिला अस्पताल में एक दो नहीं बल्कि कई शर्मशार करने वाली घटनाएं सामने आई हैं। करीब एक साल पहले जिला अस्पताल में चूहों ने एक न नवजात की अंगुली काट ली थी। इसके बाद इस मामले ने तूल पकडा तो उसके बाद जिला अस्पताल में चूहें पकडऩे का अभियान चलाया था, लेकिन अब भी जिला अस्पताल में चूहे मरीजों बीच धमाचौकड़ी मचाते हुए देखे जा सकते हैं।
अस्पताल में भर्ती मरीज की हो चुकी हैं हत्या
कुछ माह पहले जिला अस्पताल में भर्ती मरीज की गला रेतकर सनसनीखेज हत्या कर दी गई थी। मरीज टीबी से पीडित था और उसे एक महिला ने भर्ती कराया था। जिसके बाद जमीनी विवाद के चलते सुबह के समय मरीज की गर्दन चाकू से रेतकर उसकी हत्या कर दी गई थी और उसके बाद किसी तरह से पुलिस ने इस मामले का पटाक्षेप किया और आरोपितों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।
सिविल सर्जन, जिला अस्पताल पीके खरे ने बताया कि मेरे संज्ञान में मामला आया है, हम पता करवाते हैं कि कहां लापरवाही हुई है।