यहां बता दें कि, पिछले दिनों खुले जंगल में बाघों को छोड़ने के बाद ये बाघ मड़ीखेड़ा डैम के आसपास लगातार अपनी आमद दर्ज करा रहे हैं। बीते तीन दिनों के दौरान टाइगर को मड़ीखेड़ा डैम के पास सड़क किनारे ही देखा गया है। हालांकि, सड़क किनारे बाघ की मौजूदगी से राहगीरों में दहशत देखी जा रही है।
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नेशनल पार्क में लाए गए तीन टाईगर
आपको याद दिला दें कि, मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के अंतर्गत आने वाले माधव नेशनल पार्क में योजना के तहत बाघ बसाए जा रहे हैं। इसके लिए यहां बीते शुक्रवार को तीन बाघ लाए गए हैं। यहां पर पहले दौर में 10 मार्च को सिर्फ दो ही बाघ छोड़े गए थे। माधव राष्ट्रीय उद्यान में टाइगर पुनर्स्थापना के पहले चरण के तीन बाघों को लाया गया है। पहले यहां पर इन्हें नेशनल पार्क के बलारपुर के जंगल में बनाए गए बाड़े में रखा गया था। लेकिन, शुक्रवार को इनमें से दो बाघों को खुले जंगल में छोड़ दिया गया है, जिसके बाद से लगातार इनकी सक्रीयता मलीखेड़ा डेम के आसपास दर्ज की जा रही है।