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CMHO पर आरोप
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सीएमएचओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए बुधवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि, ममता द्विवेदी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नरसरहा डिपो क्रमांक 2 वार्ड नंबर 22 सिंहपुर आंगनबाड़ी केन्द्र में सहायिका केशमी चौधरी एवं आरती कोरी सहायिका के साथ 6 अप्रैल को उपस्थित थी। दोपहर के 2.30 बजे सीएमएचओ डॉ.एमएस सागर पहुंचे और अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए बच्चों के कुपोषित होने और उनकी मौत का जिम्मेदार ठहराने लगे। आरोप के मुताबिक, सीएमएचओ ने उनपर टीएचआर का पैकेट बेचकर पैसा खाने का भी आरोप लगाया।
जांच और कारर्वाई की मांग
कार्यकर्ताओं ने कहा कि, प्रशासनिक आदेश के अनुसार, लोगों से घर-घर जाकर वैक्सीनेशन कराने के लिये प्रेरित कर रहे हैं। कार्यकर्ता अपमानित और प्रताड़ित होना महसूस कर रही हैं। 30 से ज्यादा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपकर कलेक्टर से मामले की जांच और कार्रवाई की मांग की है।
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स्वास्थ्य कार्यकर्ता आगे आईं, कहा- वैक्सीन को लेकर विवाद
इधर, सीएमएचओ का बचाव करते हुए स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी मैदान में कूद पड़े हैं। उन्होंने सीएमएचओ डॉ.एमएस सागर को दिए आवेदन में बताया कि, 2 अप्रैल को नगर पालिका में टीकाकरण के समय तीन हितग्राही होने के कारण नया वायल ओपन न करके 3.45 बजे खुली वायल से टीकाकरण का डोज लगाया जा रहा था। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनीता गुप्ता का कहना था कि, ये गलत है। 3.45 बजे खुली वायल की दवाई को नहीं लगा सकते हैं। अगर आप लोगों ने ये वैक्सीन लगाई, तो आपको इसका जवाब मीडिया को देना पड़ेगा।
सीएमएचओ बोले- इंजेक्शन को लेकर विवाद, कोई गलत नहीं कहा
वहींं, सीएमएचओ डॉ.एमएस सागर ने मामले पर सफाई देते हुए कहा कि, स्टाफ नर्स और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बीच वैक्सीनेशन के इंजेक्शन को लेकर विवाद हुआ था। मामला मेरे संज्ञान में आया था, इसलिये मैं देखने पहुंचा था। जहां तक अभद्र भाषा प्रयोग करने की बात है, तो वो पूरी तरह गलत है। किसी से भी किसी तरह की अभद्रता नहीं की गई है।