बीएसएफ के कमांडर शमीम खान एवं कमांडेंट राहुल शर्मा उनके इस प्रशिक्षण के लिए प्रयासरत थे। उन्होंने सिवनी उडऩदस्ता की ओर से किए जा रहे वन्यप्राणी एवं सर्प रेस्क्यू ऑपरेशन प्रशिक्षण की जानकारी अलग-अलग स्त्रोतों प्राप्त किया। ग्वालियर सीसीएफ टीएस सुलिया से चर्चा की। इसके बाद सिवनी टीम के लंबे अनुभव। उनके किए जा रहे रेस्क्यू व प्रशिक्षण कार्य को देखते हुए सीसीएफ एसएस उद्दे को उनकी उडऩदस्ता दल टीम को प्रशिक्षण देने के लिए भेजने के लिए आमंत्रित किया।
मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) उडऩदस्ता दल से अर्पित मिश्रा और भूपेंद्र सिंह ठाकुर कमांडों को प्रशिक्षण देने के लिए सिवनी से ग्वालियर पहुंचे हैं। दोनों वहां पर कमांडों को शहरी आवासीय स्थानों के साथ-साथ जंगल प्रवास के दौरान वन्यप्राणियों एवं सरीसृप की पहचान, रेस्क्यू करने की विधि के संबंध में जानकारी एवं प्रशिक्षण दिए। उन्होंने उनसे अपने अनुभव भी शेयर किए। भूपेंद्र ने सर्पदंश होने पर बचाव सतर्कता, सावधानियां एवं उपचार के संबंध में प्रशिक्षण दिया।
तीन दिवसीय प्रशिक्षण में बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी आईजी, डीआईजी, कमांडेंट, असिस्टेंड कमांडेंट, कमांडर आदि उपस्थित रहे। उन्होंने सिवनी टीम के दिए गए प्रशिक्षण, रेस्क्यू तकनीक एवं कार्यों की सराहना की। पुराने तरीकों की जगह नई टेक्निक को काफी बेहतर बताया, जिससे खुद को सुरक्षित रखते हुए वन्यजीवों को भी बिना नुकसान के रेस्क्यू किया जा सकता है तथा कठिन परिस्थियों से बेहतर तरीकों से निपटा जा सकता है।