अहम बात है कि जिले के कुछ इलाकों में किसान बिजली की समस्या से खासे परेशान हैं। अघोषित बिजली कटौती के साथ कम वोल्टेज की समस्या के कारण किसान खेतों में पानी नहीं दे पा रहे हैं। वहीं बार-बार वोल्टेज की कमी से मोटरपंप जलकर खराब हो रहे हैं। इसे लेकर किसान बिजली वितरण कंपनी के कार्यालय के चक्कर लगाते नजर आ रहे हैं। जिले के छपारा, कुरई, बरघाट, केवलारी समेत अन्य वितरण केन्द्र के गांव से शिकायतें सामने आ रही हैं। इधर बिजली विभाग के अधिकारी किसानों को पर्याप्त बिजली मिलने का दावा कर रहे हैं।
जिले के कुरई, केवलारी, छपारा, लखनादौन और बरघाट क्षेत्र के कई गांवों के किसान पर्याप्त बिजली नहीं मिलने और लो वोल्टेज की समस्या से जूझ रहे हैं। कई बार क्षेत्र के किसान बिजली कार्यालय पहुंचकर समस्या का समाधान करने की मांग कर चुके हैं। किसानों का कहना है कि विद्युत वितरण कंपनी ने मनमाने ढंग से स्थाई व अस्थाई कनेक्शन सिंचाई के लिए दे दिए गए हैं, लेकिन हाई वोल्टेज के ट्रांसफार्मर नहीं लगाए गए हैं। इससे बिजली व्यवस्था बदहाल हो गई है। किसानों ने बताया कि फसल के लिए पानी की बहुत जरूरी है। ऐसे में बिजली की समस्या के कारण सिंचाई का कार्य प्रभावित होने से उत्पादन पर असर पड़ सकता है।
कुरई क्षेत्र के किसानों ने बताया कि इस समय रबी सीजन की सिंचाई बहुत जरूरी है, लेकिन लो-वोल्टेज के कारण मोटरें नहीं चल पा रही हैं। इससे किसान सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। किसानों ने बताया कि बिजली नहीं मिल पाने के कारण कई किसानों को अतिरिक्त रुपए खर्च कर मजबूरी में डीजल पंप का सहारा लेना पड़ रहा है। ज्यादातर किसान बिजली के भरोसे ही हैं। ऐसे में किसानों को डर सता रहा है कि कहीं बिजली की समस्या उनकी रबी सीजन की फसल के लिए मुसीबत न बन जाए।
किसान कर चुके हैं प्रदर्शन
चार दिन पहले ही कुरई विकासखण्ड के ग्वारी गांव में बिजली की समस्या को लेकर किसानों ने बादलपार स्थित बिजली वितरण केंद्र पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए सुधार की मांग कर चुके हैं। किसानों का कहना है कि बिजली कटौती का कोई समय निर्धारित नहीं है। वहीं लो-वोल्टेज की समस्या बनी हुई है। ऐसे में किसानों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया है कि अभी गेहूं बोवनी के समय पानी की जरूरत है, लेकिन बिना बिजली के मोटर पंप चलाकर खेतों में पानी नहीं दे पा रहे हैं। विभाग के कर्मी वोल्टेज की कमी कहकर किसानों से निजी ट्रांसफार्मर लगवाने पर जोर दे रहे हैं। इसके बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। किसान चिंकू दुबे, रमेश कहार, निमेश शर्मा, विजेंद्र पाल, दीना पाल आदि ने बताया कि पर्याप्त बिजली नहीं मिलने से किसानें का दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि शीघ्र ही बिजली की समस्या पर ध्यान नहीं दिया जाता तो वे प्रदर्शन करेंगे।
इनका कहना है –
बादलपार-जटलापुर और कुछ जगहों पर बोल्टेज की समस्या है। बादलपार क्षेत्र में चौरई की सप्लाई चालू करा दी है। मोहगांव सबस्टेशन में काम चल रहा है। बादलपार में चार केपिशेटर लगवाए गए हैं। सभी विद्युत वितरण केन्द्र के ग्रामीण क्षेत्र में किसानों को सिंचाई के लिए 10 घंटे थ्री फेज बिजली दी जा रही है। बाकी समय सिंगल फेज बिजली दे रहे हैं। किसानों को पर्याप्त बिजली देने और उन्हें कोई समस्या ना हो इसके प्रयास किए जा रहे हैं।