मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि अगर किसी पुजारी के परिवार में किसी का जन्म या मृत्यु होती है तो इस स्थिति में उसे राम मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर के लिए बनाए गए नियमों का पालन सभी पुजारियों को करना होगा।
18 मंदिरों में अनुष्ठान करेंगे पुजारी
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक न्यूज वेबसाइट को बताया कि
राम मंदिर में 20 पुजारियों को उच्च योग्यता वाली टीम ने 6 महीने की ट्रेनिंग दी है। प्रशिक्षित पुजारी राम जन्मभूमि परिसर के भीतर सभी 18 मंदिरों में बारी-बारी से अनुष्ठान करेंगे।
पुजारियों के लिए होगा ड्रेस कोड
पुजारियों के लिए बनाए गए नए नियम के मुताबिक, पुजारियों को कमर से नीचे तक अचल पहनना होगा और ऊपरी शरीर पर एक चौबंदी पहननी होगी। सिर पर पगड़ी या साफा पहनना चाहिए। सर्दियों के मौसम में केसरिया रंग के ऊनी कपड़े पहने जा सकते हैं। जरूरत पड़ने पर पुजारी पारंपरिक बेसिक फोन का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन पूजा के दौरान मोबाइल फोन, खासकर एंड्रॉइड फोन ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा।