सीएम मोहन यादव से मिलने पहुंचा था किसान परिवार
बताया गया है कि कुरई के रहने वाले किसान प्रीतम जहरिया की जमीन को प्रशासन ने खेल परिसर के लिए अधिग्रहण की थी और ये जमीन देने का वादा किया था। आरोप है कि कई साल गुजरने के बाद भी प्रशासन ने न तो उन्हें दूसरी जगह जमीन दी है और नही परिवार के किसी सदस्य को नौकरी दी है। यही फरियाद लेकर किसान प्रीतम डेहरिया अपने परिवार के साथ सीएम मोहन यादव से मिलने पहुंचा था लेकिन जब उन्हें सीएम से नहीं मिलने दिया तो पूरा परिवार सीएम मोहन यादव की गाड़ी के आगे लेट गया।
अधिकारियों ने बमुश्किल परिवार को हटाया
परिवार के सीएम मोहन यादव की गाड़ी के आगे लेटते ही मौके पर मौजूद अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए। पहले तो किसान परिवार को समझाकर हटाने की कोशिश की गई लेकिन जब परिवार नहीं माना तो पुलिसकर्मियों और अधिकारियों ने गाड़ी के सामने लेटे परिवार के सदस्यों को हाथ पैर पकड़कर उठाकर सीएम की गाड़ी के सामने से अलग किया। ये पूरी घटना मौके पर मौजूद लोगों ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद की है और अब इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।