दोस्ती के बीच आया पैसा
पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि पंडरखानी गांव के रहने वाले हरिचंद्र नाम के युवक की लापता होने की सूचना उसके परिजन ने 10 अगस्त को पुलिस में दर्ज कराई थी। पुलिस हरिचंद्र की तलाश कर ही रही थी तभी 11 अगस्त को वन विभाग ने डूंडा सिवनी पुलिस को जंगल में एक संदिग्ध कब्र देखे जाने की सूचना दी। जिसके बाद एसडीएम से अनुमति लेकर कब्र की खुदाई की गई तो उसमें से हरिचंद्र का शव मिला था। पुलिस ने मामले की तफ्तीश की तो पता चला कि हरिचंद्र को आखिरी बार उसके दोस्त बलराम के साथ देखा गया था। पैसों की खातिर दोस्त को मार डाला
पुलिस ने बलराम को पकड़कर पूछताछ की तो वो टूट गया और हरिचंद्र का कत्ल करना कबूल किया। आरोपी बलराम ने बताया कि हरिचंद्र ने उसे बुरे वक्त में 20 हजार रूपए दिए थे। 10 अगस्त को दोनों सेलुआ गांव के जंगल में बैठकर शराब पी रहे थे। इसी दौरान हरिचंद्र ने उससे उधार की रकम वापस मांगी, जिससे गुस्से में आकर उसने पत्थर से हरिचंद्र के सिर पर वार किया था। पत्थर लगते ही हरिचंद्र की मौके पर ही मौत हो गई थी और उसके बाद उसने हरिचंद्र की लाश को जंगल में ही गड्ढा खोदकर दफना दिया था।