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एमपी में अलग अलग इलाकों में 3 ने गवाई जान
सरकार द्वारा मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के भले ही लाख दावे किये जाएं, लेकिन बावजूद इसके इनपर बीतने वाले संकट या इनकी मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में एक बार फिर शनिवार रात को मध्य प्रदेश के तीन अलग-अलग क्षेत्रों में पैदल चलने वाले मजदूरों की मौत के बाद हड़कंप मच गया। आइये जानते हैं क्या था घटनाक्रम।
-केस 1
सिविल अस्पताल द्वारा प्राप्त जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय राजमार्ग पर नारायण दास अस्पताल के सामने बेहोश होने से उत्तर प्रदेश निवासी वीरेंद्र बहादुर पिता गोमती सिंह की मौत हो गई। परिजन ने बताया कि वे महाराष्ट्र में रायगढ़ जिले लोहे की फैक्ट्री में काम करते थे। राजेश पिता बजरंग बहादुर सिंह जो मृतक के भतीजे ने बताया। बेहोश हुए वीरेंद्र बहादुर को सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां पर डॉ तनवीर शेख ने जांच कर मृत घोषित कर दिया। परिजन के मुताबिक, हम 1 दिन पहले रायगढ़ से निकले थे वहां बाद में पैदल चल रहे थे।
-केस 2
वहीं, दूसरे मामले में लालूराम पिता शाहदेव छुड़िया जिला प्रयागराज का रहने वाला है। वो मुंबई में मजदूरी कर फुटपाथ पर रहता था अपने तीन साथियों के साथ अपने घर जाने के लिए शुक्रवार को मुंबई से निकला था। रास्ते में कहीं इन्हें भी लिफ्ट मिली कभी पैदल चलना पड़ा। खाने-पीने की काफी समस्या का सामना करना पड़ा। शनिवार को राष्ट्रीय राज्य मार्ग नंबर 3 पर बिजासन के पास लालूराम की तबीयत खराब हुई। नारायणदास अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें भी मृत घोषित कर दिया।
-केस 3
इसी तरह रात करीब 10 बजे अनीस पिता अहमद निवासी फतेहपुर की जामली टोल प्लाजा के समीप मौत हो गई। मृतक के भाई शकील ने बताया कि मनीष को बुखार आया था हमने उसे दवाई दी और गीले कपड़े से उसके शरीर को पौंछ रहे थे इस मृतक मुंबई में पान दुकान संचालित करता था।