बताया जा रहा है कि अधिकारी रमेश वर्मा ने व्यक्ति से मकान बनाने की परमिशन देने की एवज में एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। व्यक्ति ने पैसे नहीं दिए तो अधिकारी ने उसपर दवाब बनाना शुरु कर दिया। जिसके बाद शिकायतकर्ता ने परेशान होकर लोकायुक्त में शिकायत कर दी।
सोमवार को रिश्वत पहली किस्त 20 हजार की किस्त मांग की गई थी। शिकायत के बाद लोकायुक्त की टीम ने नगर पालिक सीहोर कार्यालय पहुंचकर रंगे हाथों अधिकारी रमेश वर्मा को पकड़ लिया, लेकिन अधिकारी का सहयोगी झोले में बीस हजार रुपए लेकर फरार हो गया। उसकी तलाश की जा रही है।