ग्रामीण कैलाश, पवन, चुन्नीलाल आदि के अनुसार मध्य रात्रि को भालू गांव में आया। इस दौरान भालू ने गांव के ब्रजेश माली की दुकान सहित अन्य दुकानों का ताला तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद में वह गोपाल पुत्र ताराचंद की दुकान पर गया और वहां गेट में तोड़फोड की। यहां भालू ने दुकान में रखे सामानों को फैला दिया और घी को खाने के बाद वापस जंगल की ओर चला गया। भालू करीब आधे घंटे से ज्यादा यहां रुका और जमकर खाया-पिया। भालू के गेट तोड़ने की यह घटना
सीसीटीवी में कैद हो गई।
खुशबू से लगा लेता है पता
ग्रामीणों का कहना है कि वैसे तो भालू को शहद का स्वाद पसंद आता है, लेकिन यह भालू घी-दूध और मिठाइयों का शौकीन है। यदि किसी के घर से घी की महक आ रही हो तो यह उसे दूर से ही सूंघकर जगह का पता लगा लेता है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार उन्होंने भालू को कुंडी खोलकर घर के अंदर जाते देखा है। गोठबिहारी पंचायत इलाके में भालू का मूवमेंट होने की ग्रामीणों से सूचना मिली है। वनविभाग की टीम मॉनिटरिंग कर रही है। रात्रि गश्त भी बढ़ा दी गई है।
- रामखिलाड़ी मीणा, क्षेत्रीय वनाधिकारी, खंडार