इस दौरान
किरोड़ीलाल मीणा ने रणथम्भौर त्रिनेत्र गणेश मेले का भी जायजा लिया। वे गणेशधाम पर त्रिनेत्र गणेश सेवा समिति की ओर से संचालित भण्डारे में पहुंचे। इस अवसर पर नगरपरिषद पूर्व उपसभापति राजेश गोयल व अन्य लोगों ने उनका अभिनंदन किया। गणेश चतुर्थी पर त्रिनेत्र गणेश मेले के दर पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। पूरे रणथम्भौर मार्ग पर दर्शनार्थियों की भीड रही। लेकिन मेले में भीड़ को नियंत्रित करने में जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की व्यवस्थाएं बेहद कमजोर नजर आई।
हर साल की तरह इस बार भी प्रशासनिक स्तर पर भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए। भारी वाहनों से लेकर निजी वाहनों के प्रवेश के चलते रणथम्भौर रोड पर श्रद्धालुओं के पैदल चलने तक के लिए जगह नहीं बच पाई। वहीं पुलिस की ओर से यातायात को व्यवस्थित करने के इंतजाम नहीं होने से वाहनचालक मनचाहे ढंग से सड़क वाहनों को फंसाकर जाम लगाते नजर आए। वहीं गणेश मेले में भीड़, वाहनों की अधिकता के कारण 108 एम्बुलेंस भी कई बार जाम में फंसी रही।
14 किलोमीटर के सफर में लगा तीन घंटे का समय
पूरे रणथम्भौर रोड पर सुबह से देर शाम तक बार-बार जाम के हालात बने रहे। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी व्यवस्थाएं संभालने के साथ भीड़ को नियंत्रित करने की नाकाम कोशिश करते नजर आए, लेकिन फिर भी जाम नहीं हट सका। इसके चलते हम्मीर सर्किल से गणेश धाम तक का 14 किलोमीटर का सफर श्रद्धालुओं को करीब तीन घंटे में पूरा करना पड़ा।
वाहनों का रोका जाता प्रवेश तो नहीं बनते ऐसे हालात
प्रशासन की ओर से चार पहिया वाहनों एवं बसों को यदि रणथम्भौर रोड पर जाने से रोका जाता तो श्रद्धालुओं को भी परेशानी नहीं होती और जाम जैसे हालात भी नहीं होते। इन वाहनों को दशहरा मैदान तक रुकवाकर गणेश धाम तक ई-रिक्शा चलवाए जा सकते थे। इसके अलावा रणथम्भौर रोड के सिंगल होने पर पुलिस की ओर से यहां रोड डिवाइड कर बेरिकेडिंग करवाई जा सकती थी। ऐसे में यहां जाम के हालात नहीं होते।