तंग गलियों से गुजरता जीवन, अवैध शराब की बिक्री ने किया जीना मुहाल
वार्ड 27: स्वामी विवेकानंद वार्ड के हालात बदसूरत, नियमित नहीं हो रही सफाई
तंग गलियों से गुजरता जीवन, अवैध शराब की बिक्री ने किया जीना मुहाल
सतना. स्वामी विवेकानंद के नाम से जाना जाने वाला वार्ड 27 के हालात बदसूरत हैं। वार्ड की सड़कों पर देखते ही देखते कब्जा कर लिया गया है। ज्यादातर हिस्सा तंग गलियों के बीच है। गलियां एेसी हैं कि एक-दूसरे के घरों के अंागन जैसा नजारा देखने को मिलता है। घनी आबादी और कमजोर तबके के ज्यादातर परिवार यहां अपना गुजर बसर करते हैं। अशिक्षित रहवासियों की संख्या अधिक है। वार्ड की हर दूसरी गली में अवैध रूप से शराब खुलेआम बिकती है। इसके चलते लोगों का जीना मुहाल है। पैकारी के दम पर कई परिवार अपना पेट पाल रहे हैं। यहां असरदारों का भी रूप देखने को मिलता है। एक परिवार ने आम सड़क को अपनी आराजी मानते हुए कब्जा कर लिया है। सड़क को कार पार्किंग में तब्दील कर दिया। निगम प्रशासन चुप्पी साधे रहा। पास में ही बने दशकों पुराने शौचालय पर भी इसी परिवार का बेजा कब्जा है। इस सड़क का निर्माण लगभग २ वर्ष पहले कराया गया था।
300 घर जलावर्धन से हुए तर
पार्षद मीता सूर्यवंशी ने बताया, वार्ड में लगभग 500 मकान हैं। 300 घरों के मुखिया ने जलावर्धन योजना के तहत नल कनेक्शन ले लिया है। 200 घरों में अभी कनेक्शन नहीं लिया गया है। इसके चलते उन्हें पानी की समस्या से दो-चार होना पड़ता है। कई हैंडपंप गर्मी में दगा दे गए।
पक्की सड़क नहीं बनी
वार्ड में दर्जनों गलियां एेसी हैं जो उखड़ी पड़ी हैं। अब तक पक्की सड़क का निर्माण निगम द्वारा नहीं कराया गया। पहले बारिश के दिनों में यहां की बस्ती को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ता था। उसके बाद नाले का निर्माण करवाया गया। इससे इस वर्ष राहत की उम्मीद लोग कर रहे हैं। घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़क पर दिखाई देता है। साथ ही कई स्पॉटों पर गंदगी का अंबार देखने को मिलता है।
हाल ही में यहां निगम प्रशासन द्वारा मंगल भवन का निर्माण 25 लाख की लागत से कराया जा रहा है। ताकि रहवासियों को किसी भी कार्यक्रम के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े। मंगल भवन की सौगात तो वार्डवासियों को मिल गई, लेकिन एक पार्क की व्यवस्था निगम करवाने में पूरी तरह से फेल हुआ है। पार्षद की मानें तो शासकीय भूमि न होने के चलते यहां पार्क विकसित नहीं किया जा सका।
&वार्ड मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है। हमारे मकान के लिए जो सरकार से पैसा मिल रहा है वह महंगाई के कारण कम है। वार्ड में नियमित सफाई नहीं होती है।
सुरेश साकेत
वार्ड में एक भी पार्क नहीं है। पार्क की समस्या को लेकर की बार कहा गया है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। सड़क नहीं होने के कारण भी परेशानी होती है।
अशोक चौधरी
पेयजल समस्या के कारण सभी परेशान हैं। तीन दिन में एक दिन पेयजल आता है। कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुनने वला नहीं है। अब हम किससे शिकायत करें।
हीरामणि
वार्ड में मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। मदिरा की दुकान है। उसके कारण आए दिन विवाद होता है। सड़क का कुछ अता-पता नहीं है। खंभों से लाइट गोल है।
राज कुमार
घरों के पास से निकलने वाले नाले की सफाई न होने के कारण बदबू आती है। नालों की सफाई नहीं होती है। शिकायत के बाद भी कोई सुनने वाला नहीं है।
महेश प्रसाद
पेयजल की समस्या अधिक है। नई पाइपलाइन का पानी नहीं मिल रहा है। नालियों की सफाई नहीं हो रही है। सफाईकर्मी सुनकर चले जाते हैं।
हीरालाल चौधरी
हमारे इलाके में नाले-नालियों की सफाई नहीं होती है। पेयजल नहीं आता है। कई बार जिम्मेदारों से कहा गया लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं देते हैं।
मुन्नी चौधरी
वार्ड की लाइट रात को नहीं जलती है। नालियों को ढंका नहीं गया है। इस कारण दिक्कत होती है। कई बार कहा गया, किसी के द्वारा ध्यान नहीं दिया गया।
पप्पू रैदास
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