नागौद के कुलगढ़ी गांव में रहने वाले कमलेश कुशवाहा ने ९ जून को थाना में अपने पुत्र रोहित कुशवाहा (१९) के लापता होने की रिपोर्ट लिखाई थी। बताया था कि 8 जून की सुबह करीब साढ़े १० बजे रोहित घर से मोटर साइकिल सुधरवाने के लिए सतना को निकला था। इसके बाद अगले दिन पता चला कि उसकी मोटर साइकिल सितपुरा में देसी शराब दुकान के पास मिली है और बाइक पर टीशर्ट व गमछा भी लटका था। इस प्रकरण की विवेचना पोड़ी चौकी प्रभारी उप निरीक्षक अभिलषा नायक को दी गई। पहले दिन से ही वह युवक के कॉल डिटेल तलाशने साइबर सेल की मदद ले रही थीं, लेकिन हर बार रोहित का लास्ट लोकेशन गढि़या टोला मिलता रहा।
रोहित ने अपने मोबाइल फोन से आखिरी बार पप्पू मिस्त्री उर्फ सलाम खान से बात की थी। पप्पू को पुलिस ने बुलाया तो वह संतुष्ट जवाब नहीं दे सका। एेसे में उसे छोड़ते हुए उसकी निगरानी कराई। सीसीटीवी फुटेज बारीकी से देखा तो पता चला कि रोहित सुबह साढ़े 11 बजे पन्ना रोड से बगहा रोड तरफ अपनी मोटर साइकिल एमपी 19 एमएच 8459 से आया है। इसके बाद उसकी बाइक से उसी की कद काठी का एक युवक उसी के जैसे कपड़ों में शाम ४ बजे पतेरी तिराहा से सितपुरा तरफ गया है। पहले तो पुलिस समझ नहीं पाई। एेसे लगा कि रोहित ही वापस सितपुरा तक आया है। जब शाम का फुटेज बार-बार देखा तो गौर करने पर पता चला कि बाइक चालक के दाहिने हाथ पर काला धागा बंधा है जबकि रोहित के हाथ में कोई धागा नहीं था। लोवर का रंग भी डार्क नजर आया। चप्पल भी बदली हुई समझ आई। इस बात पर भी गौर किया कि जब शॉकप सही करने रोहित गया था तो शॉकप क्यों नहीं सुधरा?
सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पुलिस को यकीन हो चुका था कि पप्पू मिस्त्री कुछ छिपा रहा है। मिस्त्री के साथियों से पूछताछ हुई और फिर आसपास खबरी लगाए तो संदेह यकीन में बदलते देर नहीं लगी। पप्पू मिस्त्री के साथ उसके साथी सद्दाम खान से पूछताछ हुई तो यह बात सामने आई कि रोहित ने इन्हें कारोबार बढ़ाने के लिए एक लाख रुपए उधार देने को कहा था। बताते हैं कि रोहित ऑटो चलाता था, इसलिए मिस्त्री से उसकी पहचान पुरानी थी। मिस्त्री उसे बड़े घर का लड़का समझता था, लेकिन कई महीनों से रोहित रुपए देने के लिए टहला रहा था। जब रोहित गाड़ी का शॉकप बनवाने पप्पू के पास पहुंचा तो रोहित के पास २० रुपए थे। उसे भी उसने खर्च कर लिए थे। रोहित ने पप्पू से उधारी में गाड़ी सुधारने को कहा। पप्पू को पैसा मिलने की उम्मीद थी जो रोहित ने नहीं दिए और फिर गाड़ी थी उधारी में सुधरवाने को कहा तो पप्पू ने अपने साथी सद्दाम को इशारा किया। बाड़े के अंदर ही क्लच वायर से सद्दाम ने रोहित का गला घोंट दिया। इसके बाद पप्पू और सद्दाम ने रोहित का शव बाड़े में ही गड्ढा खोद दफना दिया। इसके बाद सद्दाम ही रोहित की टीशर्ट पहन और गमछा लपेट कर उसकी बाइक लेकर सितपुरा तक गया था। पुलिस का कहना है कि वारदात करने और सबूत छिपाने का तरीका पप्पू को क्राइम पेट्रोल सीरियल देखने से मिला था।
जब पप्पू मिस्त्री उर्फ सलाम खान पुत्र कासिम खान (२७) और सद्दाम खान पुत्र इस्लाम खान (१८) दोनों निवासी गढि़या टोला ने अपराध कबूल कर लिया तो पप्पू को शव का पता बताने लाया गया। गढि़या टोला स्थित उसके बाड़े में शव का पता चलते ही तहसीलदार आशुतोष मिश्रा, टीआई थाना सिविल लाइन अर्चना द्विवेदी, टीआई थाना नागौद आरपी सिंह आरोपी को लेकर पहुंचे। यहां रीवा से फॉरेंसिक अधिकारी डॉ. आरपी शुक्ला को भी बुलाया गया। शव खनन के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल रीवा रेफर किया गया है।