1- Bhaiya Mere Rakhi
2- Phoolon Ka Taron
3- Mere Bhaiya Mere Chanda
4- Behna Ne Bhai Ki Kalai Se
5- Rakhi Dhaagon Ka Tyohaar
6- Yeh Rakhi Bandhan Hai Aisa
7- Hum Behno Ke Liye
8- Ise Samjho Na Resham Ka Taar
9- Pyaara Bhaiya Mera
10- Na Maange Heera Moti
11- Ab Ke Baras Bhejo Bhaiya
12- Rang Birangi Rakhi Lekar
13- Behna Oh Behna
14- Bhaiya Mere Mat Rona
15- Oh Meri Ladli Behna
1 – भैया मेरे, राखी के बंधन को निभाना।
भैया मेरे, छोटी बहन को न भुलाना।।
देखो ये नाता निभाना, निभाना।
भैया मेरे, राखी के बंधन को निभाना।। 2 – ये दिन ये त्योहार खुशी का, पावन जैसे नीर नदी का।
भाई के उजले माथे पे, बहन लगाए मंगल टीका।।
झूमे ये सावन सुहाना, सुहाना।
भैया मेरे, राखी के बंधन को निभाना।।
नाजुक है जो दांत (?) के जैसे, पर जीवन भर जाए न तोड़ी।।
जाने ये सारा जमाना, जमाना।
भैया मेरे, राखी के बंधन को निभाना।।
बहन पराए देश बसी हो, अगर वो तुम तक पहुंच न पाए।।
याद का दीपक जलाना, जलाना।
भैया मेरे, राखी के बंधन को निभाना।। 5- राखी के धागे सब लाएं।
कहना अब न राह दिखाएं।।
मां के नाम की कसमें देना।
भेंट मेरी के रसमें देना।।
पूछना उस रूठे भाई से।
भूल हुई क्या मां-जाई से।।
बहन पराया धन है कहना।
उस संग सदा नहीं रहना।।
बहना याद करे।
चंदा रे मेरे भईया…।।
मेरे अनमोल रतन।।
तेरे बदले मैं जमाने की।
कोई चीज न लूं।। 7- तेरी सांसों की कसम खाके, हवा चलती है।
तेरे चहरे की खलक पाके, बहार आती है।।
एक पल भी मेरी नजरों से तू जो ओझल हो।
हर तरफमेरी नजर तुझको पुकार आती है।।
मेरे अनमोल रतन।।
तेरे बदले मैं जमाने की।
कोई चीज न लूं।। 9- तेरे चेहरे की महकती हुई लडिय़ों के लिए
अनगिनत फूल उम्मीदों के चुने हैं मैंने
वो भी दिन आएं कि उन खवाबों के ताबीर मिलें
तेरे खातिर जो हसीं खवाब बुने हैं मैंने
मेरे अनमोल रतन
तेरे बदले मैं जमाने की
कोई चीज न लूं