प्रियंका गांधी कर चुकी हैं बात
आपको बता दें कि इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष रिजवान कुरैशी, और महासचिव सचिन चौधरी हिंसा प्रभावित क्षेत्र पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और उनके दर्द को साझा किया। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं ने पीड़ितों की प्रियंका गांधी से फोन पर बात भी कराई। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन की नाकामी के कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
संभल मामले में अब तक का अपडेट
24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में पांच लोगों की मौत हुई और 20 से अधिक लोग घायल हुए जिनमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल थे। इस घटना के बाद चार दिनों तक बाजार बंद रहे और इलाके में तनाव का माहौल बना रहा। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू की है। यह भी पढें:
हरदोई में ट्रकों में भयानक भिड़ंत, घायलों की मदद के बजाय अंडे लूटने लगे लोग इसके साथ ही पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान के लिए अब तक 300 से अधिक लोगों के पोस्टर जारी किए हैं। इसके बावजूद घटना को लेकर प्रशासन की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष रिजवान कुरैशी ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि घायलों से मिलने पर पाबंदी समझ से परे है।
सामुदायिक एकता और साजिश का आरोप
इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि संभल के जरिये पूरे देश का माहौल बिगाड़ने की साजिश रची गई। हालांकि हिंदू और मुसलमानों ने संयम दिखाकर माहौल को खराब नहीं होने दिया। उन्होंने इसे स्थानीय लोगों की सूझबूझ का परिणाम बताया। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के कल संभल दौरे को लेकर मुरादाबाद मंडलायुक्त अंजनय कुमार सिंह ने कहा, “संभल की स्थिति फिलहाल सामान्य है, घटना की जांच जारी है। जिलाधिकारी ने 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है। इस समय माहौल शांत है, लेकिन अभी भी तनाव बना हुआ है। यदि बाहर से कोई आता है तो उकसावे के कारण कोई घटना हो सकती है। हम सभी से अनुरोध कर रहे हैं कि फिलहाल संभल न आएं ताकि शांति पूरी तरह से बहाल की जा सके। नेता प्रतिपक्ष (राहुल गांधी) से भी अनुरोध किया जा रहा है कि वे अपना कार्यक्रम फिलहाल रद्द कर दें।”