दरअसल, एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान जब अखिलेश यादव से अपर्णा यादव को टिकट नहीं देने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि टिकट देने के लिए जगह नहीं बची थी। इसलिए उन्हें टिकट नहीं दिया गया। बता दें कि संभल लोकसभा क्षेत्र को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है। साथ ही ये सीट मुलायम सिंह यादव की भी पसंदीदा सीट रही है। मुलायम सिंह संभल सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं। उन्होंने यहां से भार्इ रामगोपाल यादव को भी चुनाव लड़ाया था। यही वजह है कि इस बार लोक सभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव ने अपनी छोटी बहू अपर्णा यादव को चुनाव लड़ाने की सिफारिश की थी, लेकिन डाॅ. शफीकुर्रहमान बर्क के नाम के एेलान होते ही कयासों पर विराम लग गया। वहीं अखिलेश यादव के बयान के बाद अब अपर्णा यादव काे किसी भी सीट पर सपा से टिकट मिलने की संभावना खत्म हो गर्इ है।
बता दें कि पिछले वर्ष अपर्णा यादव शिवपाल यादव की पार्टी सेक्युलर मोर्चे के मंच पर दिखार्इ दी थी। उस दौरान अपर्णा यादव ने सार्वजनिक मंच से जनसभा को संबोधित किया था। अपर्णा ने कहा था कि वे समाजवादी पार्टी में रहेंगी या सेक्यूलर मोर्चे में इसका फैसला चाचा जी करेंगे। अपर्णा ने कहा था कि मैं चाचा (शिवपाल यादव) को बहुत सम्मान करती हूं। नेताजी के बाद किसी को मानती हूं तो वे शिवपाल चाचा हैं। उस दौरान भी यही कहा गया था कि अपर्णा के शिवपाल यादव के मंच पर जाने आैर भाषण देने से अखिलेश यादव नाखुश हैं आैर अब फिर से यही बातें शुरू हो गर्इ हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अपर्णा यादव को इसी वजह से टिकट नहीं दिया गया है।