सहारनपुर में ढमोला नदीं के किनारे बसी 30 से अधिक कालोनियों में पानी पर गया है। इन कालोनियों के लोग सहमें हुए हैं। इसकी वजह ये भी है कि सहारनपुर में वर्ष 2013 में बाढ़ आई थी। तब कई लोगों की मौत हो गई थी और काफी घर बह गए थे। सबसे अधिक नुकसान ढमोला नदीं के किनारे बसी कालोनियों में हुआ था। ऐसे में एक बार फिर ढमोला नदी किनारे घरों में पानी भरा हुआ है। लोग एक बार फिर से दहशत में हैं। पुलिस प्रशासन और स्थानीय लोगों की मदद से इन लोगों को किसी तरह सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। अभी भी हजारों की संख्या में लोग डरे हुए हैं।
इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि सहारनपुर में बरसात से हालात खराब हैं लेकिन बरसात और बाढ़ के पानी से ज्यादा लोगों को सोशल मीडिया डरा रहा है। हरियाणा के किसी इलाके में एक मगरमच्छ पानी में निकल आया तो इसे सोशल मीडिया पर सहारनपुर में मगरमच्छ बताकर शेयर कर दिया गया। इससे लोग और भी दहशत में आ गए। ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। लोग इस बात को लेकर भी डरे हुए हैं कि बाढ़ के पानी में मगरमच्छ भी हैं।
सहारनपुर एक ऐसा शहर है जिसके बीचो-बीच से दो नदियां बहती हैं। इनमें से एक पांवधोई नदी है जो बिल्कुल बीचो-बीच से बहती है और सहारनपुर के मुख्य बाजार भी इसी नदी के किनारो पर हैं। दूसरी नदीं ढमोला है जो सहारनपुर के कुछ हिस्सों को छूकर निकलती है। ये दोनों ही नदियां उफान पर हैं इससे संकट और बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। लोग डरे हुए हैं। इन नदियों में जैसे ही पानी का स्तर बढ़ता है लोग डर जाते हैं।